उपन्यास >> नारी विमर्श
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दुष्करमहाश्वेता देवी
मूल्य: Rs. 200 बनारस से चली हुई ट्रेन आखिरकार पहुँच ही गयी... आगे... |
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वे दिन ये दिनभारती राय
मूल्य: Rs. 250 एक बुद्धिजीवी स्त्री की आत्मकथा जो मध्यवित्त संयुक्त परिवार की मिठास और तल्ख़ियों को क़बूल करते हुए अपने लिए सार्थक राह गढ़ती है। आगे... |
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नानी अम्मा मान जाओकृष्णा अग्निहोत्री
मूल्य: Rs. 495 इस उपन्यास में चार पीढ़ियों की कहानी के माध्यम से बाल विवाह से लेकर आधुनिक दौर की स्थितियों का चित्रण है... आगे... |
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अधूरे सपनेआशापूर्णा देवी
मूल्य: Rs. 150 इस मिट्टी की गुड़िया से मेरा मन ऊब गया था, मेरा वुभुक्ष मन जो एक सम्पूर्ण मर्द की तरह ऐसी रमणी की तलाश करता जो उसके शरीर के दाह को मिटा सके... आगे... |
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लेडीज कूपेअनीता नायर
मूल्य: Rs. 190 क्या एक औरत अकेली और खुश रह सकती है, या औरत को पूर्ण महसूस करने के लिए पुरुष की ज़रूरत है... आगे... |
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एक और पंचवटीकुसुम अंसल
मूल्य: Rs. 120 नारी मन को परत दर परत उधेड़ता कुसुम अंसल का समसामायिक उपन्यास... आगे... |
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आसपास से गुजरते हुएजयंती
मूल्य: Rs. 50
आसपास से गुजरते हुए आगे... |
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मछली मरी हुईराजकमल चौधरी
मूल्य: Rs. 250
यह इस छोटे-से उपन्यास का विषय नहीं है। विषय यह भी नहीं है कि शीरीं पद्मावत् को, एक साधारण पुरुष की साधारण पत्नी बनकर, जीवित रहने का अधिकार मिला या नहीं... आगे... |
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एक जमीन अपनीचित्रा मुदगल
मूल्य: Rs. 55
विज्ञापन की उस दुनिया की कहानी जहां समाज की इच्छाओं को पैना करने के औजार तैयार किए जाते हैं... आगे... |
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कृष्ण चूड़ा का वृक्षआशापूर्णा देवी
मूल्य: Rs. 200 ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित आशापूर्णा देवी का नया उपन्यास.... आगे... |