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राधाकृष्ण प्रकाशन की पुस्तकें :

हिन्दी गद्य लेखन में व्यंग्य और विचार

सुरेश कांत

मूल्य: Rs. 600

वैचारिकता से दिशा प्राप्त कर मानवता के हित में व्यंग्य का उत्तरोत्तर उत्कर्ष सुनिश्चित करना आज व्यंग्यकारों का सबसे बड़ा कर्तव्य भी है और उनके समक्ष गंभीर चुनौती भी - यही इस शोध का निष्कर्ष है   आगे...

हिन्दी गीतिकाव्य परम्परा और मीराँ

मंजू तिवारी

मूल्य: Rs. 300

यह पुस्तक मीरां के जीवन और विशेष रूप से उनके कृतित्व को एक नई दृष्टि से देखने की प्रेरणा देती है   आगे...

हिन्दी नाटक

बच्चन सिंह

मूल्य: Rs. 400

नाटक एक श्रव्य-दृश्य काव्य है, अत: इसकी आलोचना के लिए उन व्यक्तियों की खोज जरूरी है जो इसके श्रव्यत्व और दृश्यत्व को एक साथ उद्घाटित कर सकें   आगे...

हिन्दी नाटक के पाँच दशक

कुसुम खेमानी

मूल्य: Rs. 550

पुस्तक में समकालीन रंग-परिदृश्य के सन्दर्भ में स्वातंत्रयोत्तर हिंदी नाटकों में निहित आधुनिकता-बोध का अध्ययन, विवेचन और विश्लेषण किया गया है

  आगे...

हिन्दी भाषा का समाजशास्त्र

रवीन्द्रनाथ श्रीवास्तव

मूल्य: Rs. 650

यह अध्ययन निश्चित ही हिंदी भाषा-समुदाय से जुड़े अनेक प्रश्नों का समाधान प्रस्तुत करता है   आगे...

हिन्दी में अशुद्धियाँ

रमेशचन्द्र महरोत्रा

मूल्य: Rs. 750

प्रमुखतः उपचारात्मक मूल्य-वाली यह पुस्तक हिंदी को अशुद्धियों से दूर रखना चाहने वालों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है   आगे...

हिन्दी व्याकरण मीमांसा

काशीराम शर्मा

मूल्य: Rs. 600

प्रस्तुत रचना में सच्चे हिन्दी व्याकरण की रूपरेखा भी गई है   आगे...

हिन्दी साहित्य का इतिहास पुनर्लेखन की आवश्यकता

पुखराज मारू

मूल्य: Rs. 450

साहित्य समाज का दर्पण है।'   आगे...

हिन्दी साहित्य का दूसरा इतिहास

बच्चन सिंह

मूल्य: Rs. 895

यह ग्रन्थ इतिहास की धारावाहिक निरंतरता के साथ ही हिंदी, के प्रमुख साहित्यकारों और साहित्यिक कृतियों का मौलिक दृष्टि से मूल्याङ्कन प्रस्तुत करता है   आगे...

हू तू तू

गुलजार

मूल्य: Rs. 250

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