उपन्यास
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राग विरागश्रीलाल शुक्ल
मूल्य: Rs. 150
सुप्रसिद्ध कथाकार श्रीलाल शुक्ल की रचनाशीलता का नव्यतम और विशिष्ट पड़ाव है - राग-विराग आगे... |
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चौरंगीशंकर
मूल्य: Rs. 500 सुखी और दुखी, सहयोगी और विरोधी, उत्कर्ष और पतन, आदर्श और व्यवहार, व्यावसायिक और मानवीय-बहुनिधि मानव चरित्रों की कथा है यह उपन्यास आगे... |
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एकान्त के सौ वर्षगाब्रिएल गार्सीया मार्केज
मूल्य: Rs. 350 सर्वप्रथम तो यह एक हास्य उपन्यास है, संपूर्ण मनोरंजन जो साहित्य के प्रति इस अवमाननाकारी रुख को लेकर चलता है कि साहित्य एक उम्दा खिलौना है, उसे गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए। आगे... |
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नीम का पेड़राही मासूम रजा
मूल्य: Rs. 99
इस उपन्यास में देश के टुकड़े होते और आजादी के सपनों को टूटते हुए को दर्शाया गया है आगे... |
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सुन्नर पांडे की पतोहअमरकान्त
मूल्य: Rs. 250
यह उपन्यास पति द्वारा परिव्यक्त राजलक्ष्मी नाम की उस स्त्री की कहानी है जो न केवल नर-भेड़ियों से भरे समाज में अपनी अस्मत बचा के रती बल्कि कुछ लोगों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत भी है। आगे... |
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वही बातकमलेश्वर
मूल्य: Rs. 95
इस उपन्यास में एक नये दृष्टिकोण से कहानी को उठाया गया है। उपन्यास के केन्द्र में महत्वाकांक्षी पति और उसकी पत्नी का द्वन्द्व है। आगे... |
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आगामी अतीत (सजिल्द)कमलेश्वर
मूल्य: Rs. 95
पूँजीवादी समाज के स्पर्द्धामूलक परिवेश की विडम्बना और अन्तर्विरोध ही इस उपन्यास का मुख्य कथ्य हैं आगे... |
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रात का रिपोर्टरनिर्मल वर्मा
मूल्य: Rs. 170
वे दिन, लाल टीन की छत और एक चिथड़ा सुख जैसी कालजयी कृतियों के बाद उनका उपन्यास रात का रिपोर्टर सम्भवतः आपातकाल के दिनों को लेकर लिखा गया हिन्दी में पहला उपन्यास है आगे... |
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वे दिननिर्मल वर्मा
मूल्य: Rs. 250 इस उपन्यास के पात्र, निर्मलजी के अन्य कथा-चरित्रों की ही तरह सबसे पहले व्यक्ति है, लेकिन मनुष्य के तौर पर वे कहीं भी कम नहीं हैं बल्कि बढ़कर हैं, किसी भी मानवीय समाज के लिए उनकी मौजूदगी अपेक्षित मानी जायगी उनकी पीड़ा और उस पीड़ा को पहचानने, अंगीकार करने की उनकी इच्छा और क्षमता उन्हें हमारे मौजूद असहिष्णु समाज के लिए मूल्यवान बनाती है। आगे... |
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झीनी झीनी बीनी चदरियाअब्दुल बिस्मिल्लाह
मूल्य: Rs. 495
यह उपन्यास बनारस के साड़ी-बुनकरों पर आधारित है... आगे... |