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जैन साहित्य

पज्जुण्णचरिउ (प्रद्युम्नचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी)

महाकवि सिंह

मूल्य: $ 20.95

तेरहवीं शती की उत्तर-मध्यकालीन काव्य-विद्या में महाकवि सिंह कृत अपभ्रंश महाकाव्य 'पज्जुण्णचरिउ' (प्रद्युम्नचरित) भारतीय भाषा-साहित्य की एक महान कृति है.   आगे...

रिट्ठणेमिचरिउ (यादवकाण्ड) (अपभ्रंश, हिन्दी)

देवेन्द्र कुमार जैन

मूल्य: $ 1.95

स्वयंभूदेव (आठवीं शताब्दी) अपभ्रंश के आदिकवि के रूप में प्रतिष्ठित हैं. इनकी दो प्रमुख रचनाएँ हैं--'पउमचरिउ' और 'रिट्ठाणेमीचरिउ' जो क्रमशः रामकथा तथा कृष्णकथापरक हैं.   आगे...

जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश भाग-5 (शब्दानुक्रमणिका)

जिनेन्द्र वर्णी

मूल्य: $ 16.95

जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश' शब्द-कोश तथा विश्व-कोशों की परम्परा में एक अपूर्व एवं विशिष्ट कृति है.   आगे...

जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश भाग-4

जिनेन्द्र वर्णी

मूल्य: $ 16.95

जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश' शब्द-कोश तथा विश्व-कोशों की परम्परा में एक अपूर्व एवं विशिष्ट कृति है.   आगे...

पद्मपुराण (संस्कृत, हिन्दी) 3

आचार्य रविषेण

मूल्य: $ 20.95

जैन परम्परा में मर्यादापुरुषोत्तम राम की मान्यता त्रेसठ शलाकापुरुषों में है.   आगे...

पद्मपुराण (संस्कृत, हिन्दी) 2

आचार्य रविषेण

मूल्य: $ 20.95

जैन परम्परा में मर्यादापुरुषोत्तम राम की मान्यता त्रेसठ शलाकापुरुषों में है.   आगे...

पंचास्तिकायसंग्रह (प्राकृत, संस्कृत, हिन्दी)

आचार्य कुन्दकुन्द

मूल्य: $ 14.95

जिनागम की आनुपूर्वी में आचार्य कुन्दकुन्द प्रस्थापक आचार्य के रूप में दो हज़ार वर्षों से निरन्तर विश्रुत रहे हैं.   आगे...

षड्दर्शनसमुच्चय (संस्कृत, हिन्दी)

हरिभद्र सूरि

मूल्य: $ 16.95

आचार्य हरिभद्र सूरि कृत 'षड्दर्शनसमुच्चय' छह प्राचीन भारतीय दर्शनों (बौद्ध, नैयायिक, सांख्य, जैन, वैशेषिक तथा जैमिनीय) का प्रामाणिक विवरण देने वाला प्राचीनतम उपलब्ध संग्रह है.

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वीरवर्धमानचरित (संस्कृत, हिन्दी)

सकल कीर्ति

मूल्य: $ 16.95

भट्टारक सकलकीर्ति विरचित 'वीरवर्धमानचरित' पन्द्रवीं शती का संस्कृत काव्य-ग्रन्थ है.   आगे...

योगसार-प्राभृत (संस्कृत, हिन्दी)

आचार्य अमितगति

मूल्य: $ 18.95

पाहुड-ग्रंथों की परम्परा में दसवीं शताब्दी के प्रसिद्ध आचार्य अमितगति ने एक श्रेष्ठ शास्त्र की रचना की, जिसका नाम 'योगसागर-प्राभृत' है.

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