लोगों की राय

जैन साहित्य >> षड्दर्शनसमुच्चय (संस्कृत, हिन्दी)

षड्दर्शनसमुच्चय (संस्कृत, हिन्दी)

हरिभद्र सूरि

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 2009
पृष्ठ :536
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 10498
आईएसबीएन :9788126318636

Like this Hindi book 0

आचार्य हरिभद्र सूरि कृत 'षड्दर्शनसमुच्चय' छह प्राचीन भारतीय दर्शनों (बौद्ध, नैयायिक, सांख्य, जैन, वैशेषिक तथा जैमिनीय) का प्रामाणिक विवरण देने वाला प्राचीनतम उपलब्ध संग्रह है.

आचार्य हरिभद्र सूरि कृत 'षड्दर्शनसमुच्चय' छह प्राचीन भारतीय दर्शनों (बौद्ध, नैयायिक, सांख्य, जैन, वैशेषिक तथा जैमिनीय) का प्रामाणिक विवरण देने वाला प्राचीनतम उपलब्ध संग्रह है. इसमें प्रत्येक दर्शन के मूल सिद्धान्तों को सुव्यवस्थित एवं सन्तुलित रूप में प्रस्तुत किया है. प्रस्तुत ग्रन्थ की यह भी विशेषता है कि इसमें छह दर्शनों के अन्तर्गत वैदिक और अवैदिक दोनों दर्शनों को समाहित किया गया है.

प्रथम पृष्ठ

लोगों की राय

No reviews for this book