जैन साहित्य
|
मूलाचार (प्राकृत, संस्कृत, हिन्दी) भाग-2आचार्य वट्टकेर
मूल्य: $ 14.95 मूलाचार सबसे प्राचीन लगभग दो हजार वर्ष पूर्व रचा गया ग्रन्थ है आगे... |
|
मूलाचार (प्राकृत, संस्कृत, हिन्दी) भाग-1आचार्य वट्टकेर
मूल्य: $ 20.95 मूलाचार सबसे प्राचीन लगभग दो हजार वर्ष पूर्व रचा गया ग्रन्थ है आगे... |
|
सावयपन्नती (श्रावकप्रज्ञप्ति) मूलहरिभद्र सूरि
मूल्य: $ 9.95 आचार्य हरिभद्रसूरि ने ४०१ गाथाओं में प्राकृत भाषा में निबद्ध इस 'सावयपन्नती (श्रावकप्रज्ञप्ति)' श्रावकाचार ग्रन्थ की रचना की. आगे... |
|
समराइच्चकहा (प्राकृत गद्य, संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद) भाग 2हरिभद्र सूरि
मूल्य: $ 11.95 प्रचलित भाषा में इसे नायक और प्रतिनायक के बीच जन्म-जन्मान्तरों के जीवन-संघर्षों की कथा का वर्णन करने वाला प्राकृत का एक महान उपन्यास कहा जा सकता है. आगे... |
|
समराइच्चकहा (प्राकृत गद्य, संस्कृत छाया, हिन्दी अनुवाद) भाग 1हरिभद्र सूरि
मूल्य: $ 11.94 प्रचलित भाषा में इसे नायक और प्रतिनायक के बीच जन्म-जन्मान्तरों के जीवन-संघर्षों की कथा का वर्णन करने वाला प्राकृत का एक महान उपन्यास कहा जा सकता है. आगे... |
|
यशोधरचरित की सचित्र पाण्डुलिपियाँकमला गर्ग
मूल्य: $ 11.95 विभिन्न आचार्यों द्वारा विरचित तथा जैन पुराण-कथा पर आधारित 'यशोधरचरित' की पन्द्रहवीं से अठारहवीं शती तक की अद्यावधि उपलब्ध आगे... |
|
अम्बिका इन जैन लिटरेचरमारुति नंदन प्रसाद तिवारी
मूल्य: $ 12.95 |
|
पंचास्तिकाय-सारआचार्य कुन्दकुन्द
मूल्य: $ 14.95 |
|
रावी से यमुना तकशैलेन्द्र शैल
मूल्य: $ 20.95 |
|
मूक माटीआचार्य विद्यासागर
मूल्य: $ 11.95 धर्म-दर्शन एवं अध्यात्म केसार को आज की भाषा एवं मुक्त-छन्द की मनोरम काव्य-शैली में निबद्ध कर कविता-रचना को नया आयाम देने वाली एक अनुपम कृति आगे... |