जीवनी/आत्मकथा >> मुझे घर ले चलो मुझे घर ले चलोतसलीमा नसरीन
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औरत की आज़ादी में धर्म और पुरुष-सत्ता सबसे बड़ी बाधा बनती है-बेहद साफ़गोई से इसके समर्थन में, बेबाक बयान
मैंने आन्तोनेला से कहा, "चलो, अब चलें।"
"अरे, यह तुम क्या कहती हो? अभी क्या जाना?"
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