उपन्यास >> नारी विमर्श
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कदाचित्भिक्खु
मूल्य: Rs. 200 स्त्री जीवन के समग्र पक्ष को उकेरती एक अन्यतम कृति ‘कदाचित्’... आगे... |
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कभी पास कभी दूरआशापूर्णा देवी
मूल्य: Rs. 150 एक मर्मस्पर्शी उपन्यास.... आगे... |
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अनोखा प्रेमआशापूर्णा देवी
मूल्य: Rs. 400
जीवन की कठोर वास्तविकता को यह कथा जितने खुले रूप में दर्शन कराती है, उसे पढ़कर पाठक का मन जीवन की कड़वी सच्चाई का सच्चा अनुभव करता है। आगे... |
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बनिया बहूमहाश्वेता देवी
मूल्य: Rs. 250 बनिया-बहू की कथा 16 वीं शताब्दी के एक आख्यान पर आधारित है, जिसे तत्कालीन कवि मुकुंदराम चक्रवर्ती ने अपनी कृति ‘चंडीमंगल’ में लिपि बद्ध किया था। आगे... |
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सुवर्णलताआशापूर्णा देवी
मूल्य: Rs. 350 भारतीय नारी का एक शताब्दी का इतिहास अपने विकास क्रम में... आगे... |
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प्रथम प्रतिश्रुतिआशापूर्णा देवी
मूल्य: Rs. 275 बंगाल के ग्राम्य जीवन और परंपराओं तथा संस्कारों के मर्मस्पर्शी चित्रों से भरपूर उपन्यास आगे... |
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तिरोहितगीतांजलि श्री
मूल्य: Rs. 300
इसमें स्त्रियों के घरेलू जीवन की अनुभूतियों,रोजमर्रा के स्वाद,स्पर्श,महक,दृश्य को बड़ी बारीकी से उकेरा गया है..... आगे... |
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शेष कादम्बरीअलका सरावगी
मूल्य: Rs. 400
एक भिन्न स्तर पर रूबी गुप्ता के अपने जीवन की कादम्बरी ढूँढने की प्रचेष्ठा होने के कारण शेष कादम्बरी एक ऐसी औपन्यासिक कृति है जिसमें जीवन और उपन्यास आपस में गड्ड-मड्ड हो जाते हैं। कादम्बरी शायद अपने खिलन्दड़ अन्दाज में नानी की कहानी के बारे में कह सकती है कि वह जीवन ही क्या, जिसमें उपन्यास न हो और वह उपन्यास क्या, जिसमें जीवन न हो। आगे... |
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शादी से पेशतरशर्मिला बोहरा
मूल्य: Rs. 125 कोलाज़नुमा लघु उपन्यास जिसमें लेखिका बिना किसी लेखकीय टिप्पणी और गुरुगम्भीरता के शादी का इन्तज़ार करती हुई लड़कियों से हमारी मुलाकात करवाती है आगे... |
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अप्सरासूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
मूल्य: Rs. 450
धरती पर उतरती अप्सरा-सी सुन्दर और कला-प्रेम में डूबी एक वीरांगना की यह कथा हमारे ह्रदय पर अमिट प्रभाव छोड़ती है। अपने व्यवसाय से उदासीन होकर वह अपना ह्रदय एक कलाकार को दे डालती है और नाना दुष्चक्रों का सामना करती हुई अन्ततः अपनी पावनता को बनाए रख पाने में समर्थ होती है। आगे... |