आलोचना
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समकालीन हिन्दी कहानियाँ : अन्तरंग परिचयसी एम योहन्नान
मूल्य: Rs. 400 प्रस्तुत पुस्तक इक्कीसवीं शताब्दी के प्रथम दशक की कहानियों पर विस्तृत तथा सारगर्भित आलोचनात्मक टिप्पणी है आगे... |
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समकालीन कविता के आयामपी रवि
मूल्य: Rs. 350 समकालीन सोच एक ओर समग्रतावादी रुख ग्रहण कर सामाजिक परिवर्तन की बातों पर अपना ध्यान केन्द्रित रखती हैं तो दूसरी ओर वह व्यक्तिवादी-अस्तित्ववादी न होकर व्यक्ति की अस्मिता के प्रति पूरी तरह सजग रहती हैं आगे... |
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साहित्य-सहचरहजारी प्रसाद द्विवेदी
मूल्य: Rs. 200
प्रस्तुत पुस्तक में साहित्यिक श्रेणी की पुस्तकों के अध्ययन करने का तरीका बताना ही आचार्य द्विवेदी जी का संकल्प है आगे... |
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राष्ट्रकवि गोविंद पै : व्यक्तित्व और क्रृतित्वएच एम कुमारस्वामी
मूल्य: Rs. 80 राष्ट्रकवि गोविंद पै का व्यक्तित्व और क्रृतित्व आगे... |
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रस सिद्धान्त का पुनर्विवेचनगणपतिचन्द्र गुप्त
मूल्य: Rs. 450 रस-सिद्धान्त भारतीय चिन्तन की लगभग दो सहस्राब्दियों की साधना की देन है आगे... |
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राग दरबारी का महत्वमधुरेश
मूल्य: Rs. 400 निसंग और सोद्देश्य व्यंग्य के साथ लिखा गया हिन्दी का शायद यह पहला उपन्यास है। फिर भी रागदरबारी व्यंग्य कथा नहीं है आगे... |
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प्रेमचन्द की विरासत और गोदानशिवकुमार मिश्रा
मूल्य: Rs. 195 गोदान' मूलत: ग्राम-केन्द्रित उपन्यास है और उसी रूप में मान्य भी है आगे... |
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प्रेमचन्द के उपन्यासों में समकालीनतारजनीकांत जैन
मूल्य: Rs. 300 इसके अन्तर्गत उन सभी उपन्यासों के ‘कथानक’ एवं ‘प्रासंगिकता’ का अध्ययन किया गया है आगे... |
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प्रेमचन्द : कहानी का रहनुमाजफर रजा
मूल्य: Rs. 250 प्रस्तुत पुस्तक प्रेमचन्द के अध्ययन एवं अध्यापन को अधिक व्यापक करने के विचार से अपने मन्तव्य प्रस्तुत करती है आगे... |
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पाश्चात्य काव्यशास्त्र : अधुनातन संदर्भसत्यदेव मिश्रा
मूल्य: Rs. 500 प्रस्तुत कृति संगोष्ठियों में विमर्श के अधुनातन संदर्भों से सम्पूक्त है आगे... |