विविध >> मनोविश्लेषण मनोविश्लेषणसिगमंड फ्रायड
|
286 पाठक हैं |
‘ए जनरल इन्ट्रोडक्शन टु साइको-अनालिसिस’ का पूर्ण और प्रामाणिक हिन्दी अनुवाद
व्याख्यान
9
स्वप्न-सेन्सर
बच्चों के स्वप्नों पर विचार करने से हमें यह पता चल गया कि वे कैसे पैदा
होते हैं, उनका सारभूत रूप क्या है और वे क्या काम करते हैं। स्वप्न नींद में
बाधा डालने वाले मानसिक उद्दीपनों को मतिभ्रमात्मक सन्तुष्टि द्वारा हटाने के
साधन हैं। यह ठीक है कि वयस्कों के बारे में हम सिर्फ एक समूह की व्याख्या कर
सके हैं, जिन्हें हमने शैशवीय प्रकार के स्वप्न कहा था। अभी हमें यह मालूम
नहीं है कि दूसरे स्वप्नों में यह बात ठीक होगी या नहीं, और उन्हें हम समझते
भी नहीं। परन्तु जिस परिणाम पर हम पहुंच चुके हैं, उसके महत्त्व को कम न
समझना चाहिए। जब कभी हम किसी स्वप्न को पूरी तरह समझते हैं, तब वह एक
इच्छापूर्ति सिद्ध होता है, और सदा ऐसा होना आकस्मिक या महत्त्वहीन नहीं हो
सकता।
दूसरे प्रकार के स्वप्नों को हमने एक अज्ञात वस्तु के विपर्यस्त स्थानापन्न
माना है; इनकी अज्ञात वस्तु का ही सबसे पहले पता लगाना है। इस मान्यता के लिए
हमारे पास बहुत-से आधार हैं जिनमें से एक हमारी गलतियों की अवधारणा से इसका
सादृश्य है। हमारा अगला काम इस स्वप्न-विपर्यास की जांच-परख करना और उसे
समझना है।
स्वप्न-विपर्यास के कारण ही स्वप्न विचित्र लगते हैं, और समझ में नहीं आते।
इनके बारे में हम कई बातें जानना चाहते हैं। पहली बात, यह कहां से आता है
(इसकी गतिकी); दूसरी, यह क्या करता है, और अन्त में, यह वह काम कैसे करता है।
आगे हम कह सकते हैं कि विपर्यास स्वप्नतन्त्र1 से पैदा होता है। अब हम
स्वप्नतन्त्र का वर्णन करेंगे और इसके अन्दर मौजूद बलों की खोज करेंगे।
अब मैं आपको एक ऐसा स्वप्न बताता हूं जो मनोविश्लेषण के क्षेत्र में प्रसिद्ध
एक महिला ने दर्ज किया था। उसने यह भी बताया था कि वह स्वप्न देखने वाली एक
बुजुर्ग, बहुत सुसंस्कृत और बड़ी सम्मानित स्त्री थी। इस स्वप्न का विश्लेषण
नहीं किया गया था, और दर्ज करने वाली महिला ने यह कहा था कि मनोविश्लेषकों को
इसका अर्थ लगाने की कोई आवश्यकता नहीं। स्वप्न देखने वाली ने स्वयं भी इसका
अर्थ नहीं लगाया, पर उसने इसकी आलोचना की; और इसकी इस तरह निन्दा की, मानो
उसे मालूम हो कि इसका क्या अर्थ है। उसने कहा, 'अजीब बात है कि एक पचास वर्ष
की औरत, जिसके मन में दिन-रात अपने बच्चे की ही चिन्ता रहती है, ऐसी घृणित
बेहूदी बात का स्वप्न देखती है।'
-------------------------
1. Dream-work
|