विविध >> मनोविश्लेषण मनोविश्लेषणसिगमंड फ्रायड
|
286 पाठक हैं |
‘ए जनरल इन्ट्रोडक्शन टु साइको-अनालिसिस’ का पूर्ण और प्रामाणिक हिन्दी अनुवाद
इसी तरह का एक प्रक्रम निदान और चिकित्सा की दृष्टि से विशेष महत्त्व का है।
उन व्यक्तियों में, जिनमें स्नायविक होने की प्रवृत्ति मौजूद रहती है, पर
जिनमें अभी बड़े पैमाने पर कोई स्नायु-रोग परिवर्धित नहीं हुआ है, आमतौर से
कोई अस्वस्थ शरीरावस्था-शायद कोई प्रदाह1 या चोट लक्षण-निर्माण के काम को
चालू कर देती है। इसके परिणामस्वरूप, स्नायु-रोग यथार्थता द्वारा प्रस्तुत
किए गए लक्षण पर तेजी से झपट पड़ता है और इसे उन अचेतन कल्पनाओं को निरूपित
करने में प्रयुक्त करता है जो अभिव्यक्ति के किसी साधन की प्रतीक्षा में चुप
पड़ी थीं। इस तरह की अवस्था में डाक्टर पहले एक पद्धति से इलाज करेगा, फिर
दूसरी से। वह या तो उस शारीरिक आधार को खत्म करने की कोशिश करेगा, जिस पर
लक्षण खड़ा है और इसके मुखर स्नायविक विशदन के बारे में परेशान नहीं होगा,
अथवा स्नायु-रोग का इलाज करेगा जो अवसर पाकर पैदा हो गया है, और उस शारीरिक
उद्दीपन को एक ओर छोड़ देगा, जिसने इसे प्रेरित किया है। कभी एक रीति सफल
होगी, और कभी दूसरी, और सफल रीति को ही उचित माना जाएगा। इस तरह के मिले-जुले
केसों के लिए कोई व्यापक नियम नहीं बताया जा सकता।
-------------------
1. Inflammation
|