लोगों की राय

विविध >> मनोविश्लेषण

मनोविश्लेषण

सिगमंड फ्रायड

प्रकाशक : राजपाल एंड सन्स प्रकाशित वर्ष : 2011
पृष्ठ :392
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 8838
आईएसबीएन :9788170289968

Like this Hindi book 7 पाठकों को प्रिय

286 पाठक हैं

‘ए जनरल इन्ट्रोडक्शन टु साइको-अनालिसिस’ का पूर्ण और प्रामाणिक हिन्दी अनुवाद


और कोई सांझा सम्बन्ध भी इसी तरह कार्य कर रहा हो सकता है, जैसे एकदूसरे की विरोधी बातों का सम्बन्ध। इसीलिए इस तरह की एक घटना है कि एच० हेल्म होल्ट्ज़ की एक सन्तान का प्रसिद्ध आविष्कारक और उद्योगपति डब्ल्यू० सीमन्स की किसी सन्तान से विवाह हो रहा था। उत्सव के बाद प्रसिद्ध कार्यिकीवेत्ता डुबौयरेमंड से भाषण करने के लिए कहा गया। उन्होंने निस्सन्देह बड़ा शानदार भाषण दिया, पर अन्त में मंगलकामना इन शब्दों में की, 'यह नई साझेदारी, सीमन्स और हाल्स्के सफल हो!' हाल्स्के असल में पुरानी फर्म का नाम था। बर्लिन में रहने वाले के मन में इन दोनों नामों का साहचर्य उसी तरह जमा हुआ होगा जैसे लन्दन निवासी के मन में 'क्रास एण्ड ब्लैकवेल' का।

इस प्रकार, शब्दों में ध्वनि-मानों और सादृश्यों के साथ-साथ शब्द-साहचर्यो' का भी विचार करना होगा। परन्तु इतना भी काफी नहीं है। एक तरह के उदाहरण में गलती की पर्याप्त व्याख्या पर पहंच सकने से पहले हमें किसी ऐसे वाक्यांश या पदावली पर अवश्य विचार करना चाहिए जो पहले कही गई है, या शायद सिर्फ सोची गई है। यह फिर निरर्थकावृत्ति हुई, जैसा कि मेरिंगर का कहना है, पर इसका जनक कारण अधिक दूर है-मैं मानता हूं कि मुझे यही मालूम हो रहा है कि हम बोलने की गलतियों का कारण समझने से अब भी पहले जितने ही दूर हैं।

पर मुझे आशा है कि मेरा यह विचार गलत नहीं है कि ऊपर के उदाहरणों की जांच करते हुए हमारे मन में एक चित्र बन गया है जो शायद आगे हमारे लिए उपयोगी होगा। अब तक हमने बोलने की गलतियां होने की सामान्य दशाओं पर, और गलती में दिखाई देने वाली विकृति के कारणभूत प्रभावों पर ही विचार किया है, पर अब तक हमने गलती के परिणाम पर जरा भी विचार नहीं किया, जो अपनेआपमें दिलचस्पी का विषय है; यह प्रश्न अलग है कि उसके पैदा होने का कारण क्या है। यदि हम इस पर विचार करें तो अन्त में हमें साहस से कहना होगा कि कुछ उदाहरणों में गलती का भी अपना अलग अर्थ है। इस कथन का क्या मतलब हआ कि 'उसका भी अपना अलग अर्थ है। इसका अर्थ यह है कि शायद गलती के परिणाम को अपने-आपमें एक मान्य मानसिक प्रक्रम कहलाने का हक है जो अपने प्रयोजन की ओर बढ़ रहा है, और वस्तु तथा अर्थ से युक्त कथन है। अब तक हमने सिर्फ गलतियों की चर्चा की है, पर अब ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे कभीकभी गलती सर्वथा कार्य भी हो सकती है, कि जैसे बात इतनी ही है कि यह अधिक प्रत्याशित या अभिप्रेत के स्थान पर जबरदस्ती आ कूदी है।

कुछ उदाहरणों में गलती से निकलने वाला अर्थ समझ में आने वाला और भ्रांतिरहित प्रतीत होता है। जब अध्यक्ष पार्लियामेंट के अधिवेशन का उद्घाटनभाषण देते हुए इसे बंद घोषित करता है, तब उस गलती के होने की परिस्थितियों को जानने पर हमें उसमें एक अर्थ दिखाई देने लगता है। उसे अधिवेशन से कोई अच्छा परिणाम निकलने की आशा नहीं है, और यदि यह न हो तो उसे खुशी होगी; इस गलती का अर्थ या तात्पर्य निकालना कुछ कठिन नहीं। या जब कोई महिला किसी दूसरी महिला की तारीफ करती हुई मालूम होती है और कहती है, 'निश्चय से आपने ही यह सुन्दर टोप औफगौपात्स्ट (फेंका होगा), जबकि उसे औफगेपुत्स्ट (सिया होगा) कहना था, तब संसार का कोई भी वैज्ञानिक सिद्धान्त हमें यह सोचने से नहीं रोक सकता कि उसके मन में यह विचार है कि टोप कुशल हाथों का बना हुआ नहीं है। या जब कोई तेज़ मिज़ाज वाली महिला यह कहती है, 'मेरे पति ने डाक्टर से पूछा था कि उसे किस तरह की खुराक दी जाए। पर डाक्टर ने कहा कि उसे किसी विशेष खुराक की ज़रूरत नहीं है; वह, जो मैं चाहूं सो, खा सकता है, तब यह गलती साफ तौर से एक सुसंगत योजना की भ्रांतिरहित अभिव्यक्ति मालूम होती है।

--------------------------
1. Word-association

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book