नाटक-एकाँकी >> अभिज्ञान शाकुन्तल अभिज्ञान शाकुन्तलकालिदास
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विश्व की अनेक भाषाओं में अनुवादित अभिज्ञान शाकुन्तल का नया रूप...
पात्र-परिचय
पुरुष-पात्र
सूत्रधार : नाटक का प्रबन्धकर्ता
दुष्यन्त : हस्तिनापुर का सम्राट, नाटक का नायक
भद्रसेन : सेनापति
माढव्य : विदूषक
सर्वदमन : दुष्यन्त का पुत्र (भरत)
सोमरात : राजा का धर्मगुरु
रैवतक : द्वारपाल
करमक : राजा का सेवक
पार्वतायन : कंचुकी
वैतालिक : राजा के चारण
वैखानस शार्ङरव, शारद्वत,} कण्व ऋषि के शिष्य
हारीत और गौतम
श्यामल : राजा दुष्यन्त का साला, प्रधान राजपुरुष
धीवर : मछुआरा
सूचक और जानुक : दोनों राजपुरुष
मारीच : कश्यप (प्रजापति)
मातलि : इन्द्र का सारथि
दुर्वासा : एक ऋषि
स्त्री-पात्र
नटी : सूत्रधार की पत्नी
शकुन्तला : कण्व की पालित कन्या, नाटक की नायिका
अनसूया, प्रियंवदा : शकुन्तला की सखियां
गौतमी : एक तपस्विनी
चतुरिका, परभृतिका, मधुकारिका : राजसेविकायें
प्रतिहारी, यवनी : परिचारिकायें
सानुमती : एक अप्सरा
अदिति : कश्यप की पत्नी
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