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जीवनी/आत्मकथा >> मुझे घर ले चलो

मुझे घर ले चलो

तसलीमा नसरीन

प्रकाशक : वाणी प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2007
पृष्ठ :359
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 5115
आईएसबीएन :81-8143-666-0

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औरत की आज़ादी में धर्म और पुरुष-सत्ता सबसे बड़ी बाधा बनती है-बेहद साफ़गोई से इसके समर्थन में, बेबाक बयान


दोपहर को एक और एमनेस्टी सदस्य, मासिमो परिवार के घर आमंत्रित की गई। मैंने देखा कि मासिमो परिवार में कई भाई-बहन हैं। चौबीस-पच्चीस की उम्र! पूरा परिवार अपने माँ-बाप के साथ, एक ही मकान में रहते हैं। यूरोप में मैंने और कहीं ऐसा नहीं देखा। पंद्रह-सोलह वर्ष की उम्र में लड़के-लड़कियाँ अपने माँ-बाप से अलग हो जाते हैं, लेकिन सिसिली में विवाह के बाद अलग होते हैं। वैसे खिलाने-पिलाने का आग्रह भी मुझे याद नहीं पड़ता कि मैंने यूरोप में और कहीं देखा है। ये लोग खिलाने-पिलाने के लिए आग्रहशील होते हैं। दोपहर के वक्त ये लोग पास्ता खाते हैं और रात को पित्जा और मछली। एक दोपहर उन लोगों ने मिलकर पास्ता, पित्जा, मछली वगैरह सारा कुछ पका डाला और मेरे सामने परोस किया। विल्कुल माँ की तरह, बेहद प्यार से खिलाया! ये लोग मछली में जैतून का तेल मिलाकर खाते हैं। जो तेल हम लोग बदन पर लगाते हैं, उसमें ये लोग सब्जी पकाते हैं, मांस-मछली में डालते हैं! मैं अगर अपनी माँ से, सोयाबिन के बजाय जैतून के तेल में मछली पकाने को कहती, तो माँ तो बेहोश ही हो जाती। वैसे मेरी माँ अगर यह सुन ले कि उनकी बेटी अब, घोंघे, केंकड़े, मगरमच्छ, ऑक्टोपस वगैरह खाने लगी है, तो भी उनको बेहोशी आ जाएगी।

बहरहाल, वहाँ मैंने माफिया का प्रसंग खुद नहीं उठाया, बल्कि खुद छिड़ गया।

मासिमो ने खुद ही टेलीविजन के एक धारावाहिक कार्यक्रम, ‘ला पिओमरा' की चर्चा छेड़ दी। अंग्रेजी में इसका मतलब है-ऑक्टोपस ! ऑक्टोपस जैसे हाथ-पाँव फैलाकर कुछ भी निगल लेता है, वैसे ही माफिया भी समूची दुनिया को निगलने वाला है। युक्त राष्ट्र में रूस के माफिया फैल गए हैं। अभी और कितनी-कितनी जगह फैलाएँगे, कौन जाने!

आन्तोनेला ने कहा, "इटली में अलग-अलग जगहों पर माफिया के अलग-अलग नाम हैं। सिसिली के करीव कैल्याब्रियम में इसका नाम 'ऐन्द्रनघेता' कहते हैं, सरदेनाग में इसका नाम 'ऐनोनिया सारदा' है और पदोमा में इसे 'माफिया देल वेनता' कहते हैं।"

जो सवाल मेरे मन में बहुत पहले से ही जगा हुआ था, आखिरकार वह सवाल, मैंने आन्तोनेला से कर ही डाला, “माफिया सिसिली के सिर्फ दक्षिण में ही क्यों हैं, उत्तर में क्यों नहीं हैं?"

आन्तोनेला ने फटी-फटी आँखों से मुझे घूरकर देखा।

उसने जरा सकुचाए लहजे में जवाब दिया, “क्योंकि उत्तरी इटली की तरह, दक्षिणी इटली इंडस्ट्रियालाइज्ड नहीं है। इस तरफ औद्योगीकरण नहीं हुआ है। यहाँ के लोग गरीब हैं। नौकरी-चाकरी नहीं है। इसलिए माफिया लोगों को अपने गिरोह में शामिल करने के लिए लोग आसानी से मिल जाते हैं। माफिया लोग इन लोगों को पैसों और काम-काज की गारंटी देते हैं। ऐसे में, लोग-बाग माफिया-गिरोह में न भिड़ें तो और क्या करें? इस वजह से यहाँ माफिया लोगों का जमघट है।"

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    अनुक्रम

  1. जंजीर
  2. दूरदीपवासिनी
  3. खुली चिट्टी
  4. दुनिया के सफ़र पर
  5. भूमध्य सागर के तट पर
  6. दाह...
  7. देह-रक्षा
  8. एकाकी जीवन
  9. निर्वासित नारी की कविता
  10. मैं सकुशल नहीं हूँ

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