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मनोरंजक कथाएँ >> अलादीन औऱ जादुई चिराग

अलादीन औऱ जादुई चिराग

ए.एच.डब्यू. सावन

प्रकाशक : मनोज पब्लिकेशन प्रकाशित वर्ष : 2007
पृष्ठ :16
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 4779
आईएसबीएन :81-310-0200-4

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अलादीन की रोचक एवं मनोरंजक कहानी का वर्णन


सेनसन की बातों से रहमान की हिम्मत बंधने लगी और उसका डर खत्म होने लगा। जादूगर सेनसन गौर से रहमान का चेहरा पढ़ रहा था। अपनी बातों का असर उसे रहमान के चेहरे पर साफ-साफ नजर आ रहा था। इसलिये उसने गर्म लोहे पर फिर से सेट करने की सोची। उसने अपने पास से जादूगर सम्राट बैसूफा का जादुई आईना निकाला और बोला-“अगर तुम्हें मेरी बात पर यकीन नहीं हो रहा है तो मैं तुम्हें कुछ दिखाना चाहता हूँ। फिर तुम्हें पता चल जाएगा कि मेरी बातों में कितनी सच्चाई है।”
रहमान ने आईने की ओर देखकर पूछा-“क्या दिखाना चाहते हो?”
"अभी मालूम हो जायेगा।"
इतना कहकर जादूगर सेनसन ने आंखें बंद करके मंत्र बुदबुदाना शुरू किया। मंत्र पूरा होते ही आईने पर एक दृश्य उभरा।
आईने में उभरे दृश्य को देखकर रहमान चकित रह गया। उसने अपने जीवन में ऐसा जादू कभी नहीं देखा था।
आंखें खोलकर जादूगर बोला-“लो देखों।” जादुई आईने में अलादीन के महल के उस कमरे का दृश्य उभरा जिसमें अलादीन और शहजादी शतरंज खेल रहे थे। पास ही पालने में उनका बेटा अशरफ गहरी नींद सो रहा था। अलादीन और शहजादी हँस-हँसकर बातें करते जा रहे थे।
अब तो यह सब देखकर रहमान को पूरी तरह यकीन हो गया कि वह आज तक धोखे में ही रहा था। वह किसी गहरी सोच में डूब गया।
सेनसन बोला-“क्या सोच रहे हो?”
"मैं सोच रहा था कि जिसे आज तक मैं आसमान का आदमी समझता रहा, वह तो एक आम आदमी है। आपने मुझे यह सब बताकर मुझ पर बड़ी मेहरबानी की है। मैं, आपका अहसान जिन्दगी भर नहीं भूलूंगा। अब तो मैं अलादीन से अपना हक हासिल करके ही रहूँगा, लेकिन मैं सोच रहा हूँ कि जब उसके बादशाह बनने का ऐलान हो ही चुका है, तो मैं उसे हराऊंगा कैसे? मेरे पास तो सेना और हथियार कुछ भी नहीं हैं"
“इस काम में मैं तुम्हारी पूरी मदद करूंगा।" सेनसन बोला।
“त...तुम?” रहमान आश्चर्य में पड़ गया-"प...पर क्यों, इससे तुम्हें क्या फायदा होगा?”
“फायदा..फायदा तो बहुत होगा।” सेनसन गुस्से से दांत पीसता हुआ बोला-“रहमान! जो तुम्हारा दुश्मन है, वही मेरा भी दुश्मन है। मुझे भी अलादीन से बदला लेना है। उसने मेरे साथ भी धोखा किया है। मेरे सपने चूर-चूर किये हैं।”

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