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मनोरंजक कथाएँ >> अलादीन औऱ जादुई चिराग

अलादीन औऱ जादुई चिराग

ए.एच.डब्यू. सावन

प्रकाशक : मनोज पब्लिकेशन प्रकाशित वर्ष : 2007
पृष्ठ :16
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 4779
आईएसबीएन :81-310-0200-4

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अलादीन की रोचक एवं मनोरंजक कहानी का वर्णन


अलादीन ने यह खबर सुनी तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। वह बोला-“अल्लाह का शुक्र है, कि जिस काम में अभी कई दिन लगने की उम्मीद थी वह एक ही दिन में हो गया। असल में रहमान की किस्मत ही खराब थी जो उसने दुनिया की सबसे खूबसूरत शहजादी से शादी की। वह शहजादी की कद्र न कर सका और डरकर मुल्क ही छोड़कर भाग गया और शहजादी पर इल्जाम भी लगा गया।”
“यह सब आपके दिमाग का कमाल है आका।” ज़िन्न मुस्कराकर बोला-“न आप रहमान के सामने शहजादी से मुहब्बत करते और न ही वह बेइज्जत होकर शहरे से भागती।”
“तुम्हारा कहना बिल्कुल सही है, लेकिन तुम्हारी मदद के बिना यह काम होना बिल्कुल मुमकिन न था।”
उधर बादशाह की हालत खराब थी। उसने ख्वाब में भी नहीं सोचा था कि रहमान उसकी बेटी के साथ ऐसा बर्ताव करेगा। वजीर की बातों में आकर उसने गलत फैसला ले लिया था, अब उसे अपने फैसले पर बेहद अफसोस हो रहा था।
सिर्फ एक ही दिन में रहमान शहजादी को तलाक दे गया था। बादशाह सोच रहा था कि ऐसे हालातों में उसे क्या करना चाहिये?
आखिर में काफी सोचने-समझने के बाद उसने यह ऐलान करवा दिया कि ‘रहमान पागल हो गया था, इसी वजह से वह शहजादी को तलाक देकर बगदाद छोड़कर भाग गया। अब शहजादी की शादी कहीं और कर दी जायेगी। इस ऐलान को सुनकर लोग काफी खुश हुए। उन्हें लगने लगा कि रहमान वाकई पागल हो गया था, क्योंकि अच्छे भले दिमाग वाला आदमी ऐसी हरकत कभी नहीं कर सकता था।
अब बादशाह को रह-रहकर अलादीन की मां की याद आ रही थी। वह सोच रहा था-'अगर वह उसकी बात मान लेता तो उसे यह दिन कभी नहीं देखना पड़ता।
बादशाह अब यही सोच-सोचकर परेशान हो रहा था कि क्या इतना रईस लड़का एक तलाकशुदा शहजादी से शादी करेगा? अमीर लड़कों के लिये इस दुनिया में लड़कियों की कमी नहीं है, ऐसे में उस लड़के का शहजादी के साथ शादी करना नामुमकिन-सा था।
इसी प्रकार कई दिन बीत गये। बादशाह को शहजादी की शादी की फिक्र रात-दिन सता रही थी। आज उसे अपनी मलिका की याद आ रही थी। जो कि अगर जिन्दा होती तो इस परेशानी का कोई-न-कोई हल जरूर निकाल लेती।

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