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नाटक-एकाँकी >> लहरों के राजहंस (सजिल्द)

लहरों के राजहंस (सजिल्द)

मोहन राकेश

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2017
पृष्ठ :132
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 3763
आईएसबीएन :9788126708512

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सांसारिक सुखों और आध्यात्मिक शांति के पारस्परिक विरोध...

अश्वघोष

पात्र
श्वेतांग : कर्मचारी
श्यामांग : कर्मचारी
सुंदरी : नंद की पत्नी
अलका : दासी
शशांक : गृहाधकारी
नंद : बुद्ध का सौतेला भाई
मैत्रेय : नंद का एक मित्र
नीहारिका : दासी
भिक्षु आनंद : बुद्ध का शिष्य

स्थान, समय

अंक 1 : कपिलवस्तु । राजकुमार नंद के भवन में सुंदरी का कक्ष । रात उतरने का समय।
अंक 2 :वही कक्ष । प्रत्यूष से कछ पहले।
अंक 3 :वही कक्ष | अगली रात ।

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