कहानी संग्रह >> रोमांचक विज्ञान कथाएँ रोमांचक विज्ञान कथाएँजयंत विष्णु नारलीकर
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सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं विज्ञान लेखक श्री जयंत विष्णु नारलीकर द्वारा लिखित ये विज्ञान कथाएँ रहस्य, रोमांच एवं अदभुत कल्पनाशीलता से भरी हुई है...
रोजर के अपार्टमेंट में से निकलने के बाद विली ने पहली बार राहत की साँस ली।
मि. बी ने अपने काले रंग के टेलीफोन का रिसीवर क्रेडल पर रख दिया।
यही वह फोन था जिसका इस्तेमाल वह अपने सहायकों से बातचीत करने में करता था और
अभी-अभी उसने जोनाथन को निर्देश दिया था कि आगे क्या करना है। फिर उसने अपनी
टेबल पर रखा हरा टेलीफोन उठाया। मेज पर एक और टेलीफोन रखा था लाल रंग का।
"मि. ए?" उसने भेदपूर्ण स्वर में पूछा।
हाय बी, कैसा चल रहा है? क्या सबकुछ तैयार है?"
'हाँ, सारी तैयारी हो गई थी; पर अब एक समस्या खड़ी हो गई है। अभी- अभी मेरे
पास एफ.बी.आई. एजेंट विली बोन्स आया था। उसने पता लगा लिया है कि ये हरे मानव
हमारे ही देश के बाशिंदे हैं।"
दूसरे छोर से गालियाँ सुनाई दीं। पर ए जानता था कि खुद पर कैसे काबू किया
जाए। उसने उन बातों के बारे में पूछा जिन्हें विली ने बी को विस्तार से बताया
था। पूरी कहानी सुनने के बाद ए ने टिप्पणी की-
'वह जरूर माइक होगा! जंक फूड आते ही उस पेटू से रुका नहीं जाता। पिछले महीने
मैंने उसे हैमबर्गर खाते देखा और मैं गिन नहीं सका कि वह कितने हैमबर्गर खा
गया। वह केवल यही कहता रहा कि एक और बर्गर उसे नुकसान नहीं पहुँचाएगा। ऐसा
लगता है कि उसने एक ही बर्गर कई बार खाया।"
कुछ पल के लिए खामोशी छा गई। फिर बी ने कुछ अफसोस के साथ कहा, "अब हमें क्या
करना चाहिए? ऐसा लगता है कि सारी दुनिया पर निगरानी करने की हमारी योजना किसी
नतीजे पर नहीं पहुँची। और वह भी ऐसे वक्त में जब इसने अच्छी तरह कार्य करना
शुरू कर दिया था। रोजर और उसके दल के अपहरण के बाद बाहरी दुनिया के जीवों का
चारों ओर आतंक फैल जाता और सीनेटर ब्लैकमैन आसमान सिर पर उठा लेता। इसकी पूरी
उम्मीद भी थी। उस जाँच-पड़ताल में बड़े-बड़े वैज्ञानिक इस बात का सबूत दे
देते कि बाहरी दुनिया के कोई भी जीव नहीं हैं। और इस पूरे विवाद के दौरान हरे
मानव बेरोक-टोक अपने जासूसी मिशनों को जारी रखते। बड़े कमाल की योजना थी; पर
सब गुड़ गोबर हो गया, क्योंकि माइक को अपना हैमबर्गर चाहिए-ही-चाहिए!"
तुम तो ऐसे बोल रहे हो जैसे कि यह योजना बीत गई हो! यह योजना अभी भी जिंदा
है।" ए ने शांत भाव से जवाब दिया।
"पर हम इसे कैसे जारी रख सकते हैं, जबकि विली इसके बारे में बोलता रहेगा? वह
इस वक्त फ्लोरिडा के रास्ते पर है।" बी और ज्यादा संयम नहीं रख पा रहा था।
'बहुत अच्छे ! मैंने खुद भी इस बात की सिफारिश की होती। हम उसे भी रोजर के
साथ उनकी उस बस्ती में भेज देंगे। वहाँ वह बेशक सारी जिंदगी अपनी जाँच-पड़ताल
करता रहे।"
बी की बात में दम नजर आया। विली को भी अगवा किए गए वैज्ञानिकों और तकनीशियनों
की बस्ती में डाल दो, फिर कोई इतना दिमाग चलाने की नहीं सोचेगा। लेकिन तभी
उसके मन में संदेह सिर उठाने लगा और इसे उसने ए के सामने कुछ इस तरह बयान
किया—"लेकिन किसी ऐसे देश के लिए यह कितना उचित होगा जो अपने नागरिकों,
मानवाधिकारों और ऐसी समस्त चीजों पर गर्व करता है कि वह खुद अपने नागरिकों को
अगवा कर समाज से अलग-थलग कर दे?"
लेकिन ए के पास इन तमाम संदेहों का जवाब था। उसने आराम से कहा, "किसी देश पर
अपने नागरिकों का अपहरण करने का आरोप नहीं लगाया जा सकता। और फिर वे सभी
वैज्ञानिक तथा तकनीशियन, जिन्हें हमने अलग-थलग कर दिया है, मजे की जिंदगी जी
रहे हैं और साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा की समस्याओं पर कार्य करते हुए पूरी
संतुष्टि का अनुभव कर रहे हैं। दस साल बाद जब हमारी परियोजना पूरी हो जाएगी
तो उन्हें वापस लौटा दिया जाएगा।"
बी को भी संतुष्टि हो गई। आखिरकार उनके पास अपनी परियोजना को पूरा करने का और
कोई तरीका नहीं था, जिसमें देश के उत्कृष्ट मस्तिष्क लगे हुए थे। यह परियोजना
पूरी गोपनीयता के साथ चलाई जाएगी और बाहर किसी को शक भी नहीं होगा। वह जान
गया कि 'अगवा' किए गए सभी वैज्ञानिक बस्ती में एक मिशन के साथ खुशी-खुशी काम
कर रहे थे। यहाँ तक कि फ्रॉस्ट ने भी अपने नए कार्य को उत्साह के साथ अपना
लिया था।
उसके विचारों को ही जैसे शब्द देते हुए ए ने आगे बताया, "याद करो कि मैनहटन
परियोजना में बड़े-बड़े वैज्ञानिक अपने समय के सबसे घातक हथियार बनाने के लिए
पूरे समर्पण भाव से काम कर रहे थे, क्योंकि उन्हें विश्वास दिला दिया गया था
कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं। हमने अपने वैज्ञानिकों और
तकनीशियनों को यकीन दिला दिया है कि इस अंतरिक्ष युग में चारों ओर अंतरिक्ष
पर कब्जा जमाना धरती पर जमीन जीतने से अधिक महत्त्वपूर्ण है। इसलिए वे हमारी
जमीनी परियोजना पर खुशी-खुशी काम कर रहे हैं।"
अच्छा," बी ने गहरी साँस ली, "इसे ऐसा ही होना चाहिए, इसे ऐसा ही होना
चाहिए।" वह खुद भी कभी वैज्ञानिक था और उसे यह देखकर दुःख होता था कि किस तरह
वैज्ञानिकों को राजनीति के खेल में प्यादा बनाया जा रहा था। इसे रोकने के लिए
वह कुछ नहीं कर सकता था। आखिरकार यह सब पहले भी हो चुका था।
लेकिन फिर व्यावहारिक पहलुओं पर लौटते हुए वह बोला, "ठीक है, लेकिन अभी हमें
एक औपचारिकता और पूरी करनी है।"
"वह क्या?" ए ने पूछा।
'विली मेरे संगठन में काम नहीं करता है। उसे अगवा कराने के लिए मुझे सर्वोच्च
अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी।"
"उसका बंदोबस्त मैं कर लूँगा। अच्छा, अलविदा!" ए ने सीधे-सपाट लहजे में उत्तर
दिया।
बी ने हरे टेलीफोन रिसीवर को पटकते हुए मन-ही-मन विली को भी अलविदा बोल दिया।
ए की कार्य करने की चुस्ती को देखकर उसे जल्द ही काररवाई की उम्मीद थी और ए
ने भी उसे निराश नहीं किया। उसकी मेज पर रखा लाल रंग का टेलीफोन फिर घनघनाने
लगा।
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