कहानी संग्रह >> रोमांचक विज्ञान कथाएँ रोमांचक विज्ञान कथाएँजयंत विष्णु नारलीकर
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सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं विज्ञान लेखक श्री जयंत विष्णु नारलीकर द्वारा लिखित ये विज्ञान कथाएँ रहस्य, रोमांच एवं अदभुत कल्पनाशीलता से भरी हुई है...
और हुआ भी यही। अपने होशो-हवास में काम करने के लिए फ्रॉस्ट के पास केवल पाँच
सेकंड थे। उसने आपातकालीन बटन तब दबाया था जब वह मौखिक संदेश भेजने की कोशिश
कर रहा था। उस बटन से इस जैसी हजारों तसवीरें हमारे पास पहुँच गईं।''रोजर ने
अपनी बात खत्म की।
"और वह संदेश? फ्रॉस्ट ने क्या कहा था?'' विली ने पूछा।
"विली, तुमने मुझसे वही पूछा है जो कोई वैज्ञानिक किसी एफ.बी.आई. जाँचकर्ता
से उम्मीद करता है। अच्छा, तो तुम्हारे सवाल का जवाब है फ्रॉस्ट के अंतिम
शब्द क्या थे?"
अंतरिक्ष यान "हरे मनुष्य उसमें से बाहर आ रहे हैं मगर""
विली ने अपना पाइप सुलगाया। उसके लिए पाइप सुलगाना किसी अनुष्ठान से कम नहीं
था और इसका सबसे बड़ा फायदा तब होता जब उसे सोचने के लिए वक्त चाहिए होता।
पाइप सुलगाने और दो-चार गहरे कश लगाकर, हवा में धुएँ के छल्ले उड़ाकर उसने
बोलना शुरू किया, "इस आदमी का क्या नाम है ? फ्रॉस्ट की क्या खासियत है ?
क्या वह भी खयाली दुनिया में उड़ान भरता है?"
'मुझे नहीं लगता कि इस हादसे के बाद वह जिंदा बचा होगा। पता नहीं वह कहाँ
गया! नहीं, मैं उसे खयाली आदमी नहीं कह सकता, बल्कि वह तो बहुत ही हठी और
जमीन से जुड़ा व्यक्ति था। उसे जो कहा गया, वह सब उसने बड़ी दक्षता के साथ
पूरा किया। लेकिन हमें उससे कभी भी नए-नए विचारों या सुझावों की उम्मीद नहीं
रही।" रोजर ने समझाया।
"हमारे जैसे स्वच्छंद समाज में तुम किसी चीज को लंबे समय तक दबाकर नहीं रख
सकते। मैं ये सारी बातें सीनेटर ब्लैकमैन को बताऊँगा।" विली ने मुँह बनाकर
मुसकराते हुए कहा।
सीनेटर ब्लैकमैन इस बात की जोरदार वकालत करता था कि यू.एफ.ओ. बाहरी आक्रमण के
उदाहरण हैं। बाहरी-यानी जो धरती से दूर अंतरिक्ष से आए हों। वह हमेशा
वैज्ञानिकों पर आरोप लगाता कि वे सबूतों को जान-बूझकर दबाते हैं, ताकि जनता
को गुमराह किया जा सके।
"ठीक है, लेकिन आखिरी उपाय के तौर पर मैं एक खोज-मिशन पर जा रहा हूँ, यह पता
लगाने कि फ्रॉस्ट को क्या हुआ! इस मिशन में पाँच आदमी मेरी सहायता करेंगे।
अगर हम लौटकर नहीं आए..
"तो भानुमती के पिटारे को खोलना ही पड़ेगा, ब्लैकमैन हो या न हो।" विली ने
कहा, "लेकिन रोजर, इस प्रकरण को तुम खुद किस तरह देखते हो?" 'विली, मैंने
तुम्हें सलाह-मशविरे के लिए बुलाया है, क्योंकि मैं इसका कोई मतलब नहीं निकाल
पा रहा हूँ। ऐसा लगता है कि ये हरे मानव सारी धरती पर फैले हुए हैं और ऊपर
इसके वायुमंडल में भी। जब तक फ्रॉस्ट का प्रकरण नहीं हुआ था, मैं यू.एफ.ओ. को
बेवकूफी भरी बात मानकर खारिज कर देता था। पर तुमने खुद तसवीर देखी। इसमें
सिगार की शक्ल के अंतरिक्ष यान के आस-पास छोटे-छोटे हरे मानव साफ नजर आते
हैं। यह तसवीर कल्पना की उड़ान भरनेवाली किसी नन द्वारा नहीं बनाई गई है। यह
विशुद्ध इलेक्ट्रॉनिक्स है, जिसे धोखा नहीं दिया जा सकता। न ही फ्रॉस्ट ने
शराब पी रखी थी, न ही उसका दिमाग थका हुआ था। हमारे भूस्थित मॉनीटर द्वारा
दर्ज की गई उसकी दिमागी ताकत एकदम दुरुस्त थी। असल में मुझे जो सबसे ज्यादा
हैरान करता है विली, वह है फ्रॉस्ट का अंतिम शब्द-'मगर'। जाहिर है कि उसने जो
कुछ देखा उसे लेकर उसके मन में कुछ शक था। वह क्या था?
"जहाँ तक जमीन से जुड़े अपराधों के मामले में मेरे अनुभव का संबंध है, तो वह
तुम्हारी सेवा में हाजिर है, रोजर। मैं अपनी तरफ से इसके सिर-पैर का पता
लगाने की कोशिश करता हूँ; लेकिन बुरा मत मानना, मुझे भी कोई खास उम्मीद नहीं
है। फिर भी, अगर मेरा दिमाग कुछ काम करे तो मैं तुम्हें कहाँ संपर्क करूँ?"
विली बोन्स ने अपनी डायरी निकाल ली और सारी सूचनाएँ उसमें तेजी से लिखने लगा।
"लो, यह एक अधिकृत फोन नंबर है।" रोजर ने उसे एक नंबर दिया और बोला, "इस नंबर
पर फोन करना और मि. बी के बारे में पूछना। वह मेरा बॉस है हालाँकि मैं उससे
कभी मिला नहीं हूँ और न ही यह जानता हूँ कि वह कौन है! लेकिन अगर तुम्हारे
पास कुछ सुझाव हुए तो वह जरूर उचित काररवाई करेगा।" "रोजर, मेरी एक विनती
है।" विली ने तसवीर देखते हुए कहा। रोजर ने एक शब्द कहे बिना वह तसवीर उसे दे
दी।
विली अगले दिन फिर आया। अब भी उसके पास हरे मानवों के बारे में कोई और
जानकारी नहीं थी। रोजर की तरह उसे भी यकीन नहीं हो पा रहा था कि वे बाहरी
दुनिया के जीव थे। लेकिन फिर दुनिया के कोने-कोने से एकत्र सबूतों को कैसे
झुठलाया जा सकता है ? इन सबसे बढ़कर फ्रॉस्ट द्वारा भेजी तसवीर को कैसे नकारा
जा सकता है?
उसने यू.एफ.ओ. के बारे में नकली तसवीरोंवाले सबूतों की बात जरूर सुनी थी,
जिनकी बाद में कलई खुल गई थी। पर यहाँ जो तसवीर थी, उसे नासा के वैज्ञानिक ने
खुद लिया था और उसी संगठन की सबसे अच्छी प्रयोगशालाओं द्वारा प्रोसेस किया
गया था। इसलिए तसवीर के असली होने में शक की जरा भी गुंजाइश नहीं थी।
फिर भी विली इस बारे में पूरी खोजबीन कर लेना चाहता था। चूंकि वह तसवीर बहुत
ही गोपनीय थी, इसलिए वह एफ.बी.आई. में अपने दक्ष सहकर्मियों की मदद भी नहीं
ले सकता था। उससे इस बात की उम्मीद भी नहीं थी। इसलिए उसने निजी तौर पर एक
विशेषज्ञ की मदद लेने का फैसला किया, जो उसका भरोसेमंद दोस्त भी था।
इस काम के लिए जॉर्ज बाल्डविन सबसे उपयुक्त व्यक्ति था। वह एक खगोलशास्त्री
था और अंतरिक्ष के बारे में टेलीस्कोप से मिलनेवाली सूक्ष्म-से- सूक्ष्म
सूचना की इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों द्वारा व्यापक छानबीन करता था। उसे पूरा
विश्वास था कि जॉर्ज तसवीर के बारे में जरूर उसकी मदद करेगा। तो वेस्ट कोस्ट
पर बनी जॉर्ज की प्रयोगशाला में विली ने लंबी दूरी की कॉल लगाई।
"जॉर्ज! मैं विली बोन्स बोल रहा हूँ कैसे हो, सुनो, क्या तुम मेरे लिए एक
तसवीर का विश्लेषण कर सकते हो? यह बहुत जरूरी है।"
"तुम्हारी सारी बातें जरूरी होती हैं। ठीक है, पर आज मैं जा रहा हूँ। पालोमर
में दो रातों तक तारों को देखूगा। उसके बाद मुझे हाइकिंग ट्रिप पर मेक्सिको
जाना है।"
"हाइकिंग को भूल जाओ। मैं दो दिनों में तुमसे लॉस एंजिल्स में मिलूँगा।" इतना
कहकर उसने फोन रख दिया, ताकि जॉर्ज जरा भी अगर-मगर न कर सके। विली ने
मन-ही-मन हिसाब लगाया। रोजर का. मिशन केप केनेडी से दस दिन में शुरू होगा। दो
दिन जॉर्ज के प्रेक्षण कार्यक्रम में नष्ट हो जाएँगे, फिर बचे आठ दिन। उसे एक
दिन तो मि. बी से संपर्क साधने और अपनी खोजों के बारे में उन्हें बताने के
लिए चाहिए। अगर वास्तव में कुछ निकलता है तो इस तरह सच्चाई का पता लगाने के
लिए उसके पास मुश्किल से एक सप्ताह का समय बचेगा। दो दिन बाद जब वह जॉर्ज से
उसकी प्रयोगशाला में मिला तो वह ऊँघ रहा था। शुरुआती अभिवादनों और गाली-गलौज
के बाद विली ने जॉर्ज को तसवीर दिखाई। तसवीर के पीछे लगी आधिकारिक मुहरों को
वह पहले ही मिटा चुका था।
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