कहानी संग्रह >> रोमांचक विज्ञान कथाएँ रोमांचक विज्ञान कथाएँजयंत विष्णु नारलीकर
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सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं विज्ञान लेखक श्री जयंत विष्णु नारलीकर द्वारा लिखित ये विज्ञान कथाएँ रहस्य, रोमांच एवं अदभुत कल्पनाशीलता से भरी हुई है...
मारिया से और ज्यादा सवाल-जवाब करते वक्त मदर ने अपने क्रॉस को कसकर पकड़ रखा
था।
पार्टी अपने पूरे शबाब पर थी। नासा (NASA) के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर और
मैरीलैंड विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक गोडार्ड के रोजर बकलैंड का विदाई
समारोह मनाने के लिए उनके अपार्टमेंट पर जुटे थे। रोजर बकलैंड को नई पीढ़ी के
वैज्ञानिकों में सबसे करामाती समझा जाता था, जिसने नासा के स्काइलैब, स्पेस
लैब शटल आदि अभियानों में अग्रणी भूमिका निभाई थी। दरअसल, एक दशक के भीतर वह
इतना मशहूर हो गया था कि किसी भी नई परियोजना को शुरू करने से पहले उसे खोजा
जाता था। और रोजर उन गिने-चुने वैज्ञानिकों में से एक था जो अपनी व्यस्तताओं
के कारण किसी भी उत्साहजनक परियोजना में काम करने की पेशकश ठुकरा सकते थे। जब
कभी वह नया काम अपने हाथ में लेता, स्वयं से यही कहता—'यह मेरी अंतिम
वैज्ञानिक परियोजना है। इसके बाद मैं केवल गोल्फ खेलूँगा और नाव चलाऊँगा।'
लेकिन उसके सहकर्मी जानते थे कि यह संकल्प केवल सप्ताहांत के लिए है। सोमवार
आते ही रोजर दुबारा अपनी मेज पर दिखाई देता।
ड्राई मार्टिनी का घूट भरते हुए एक सहकर्मी ने टिप्पणी की, "मैं शर्त लगा
सकता हूँ रोजर, कि इस बार तुम पूरे दो महीने की छुट्टियाँ बिताकर ही काम पर
लौटोगे!" उस मित्र को ऐसी विदाइयों से कोई परहेज नहीं था, बशर्ते कि उनके लिए
ऐसी ही पार्टियाँ आयोजित होती रहें।
"मगर जॉन, मान लो कि जिस अभियान पर मुझे भेजा जा रहा है, वहाँ से मैं लौ, ही
नहीं। तब तुम्हारी शर्त का क्या होगा?" रोजर ने आँखों में चमक लाते हुए पूछा।
"हमारे ऐसे भाग्य कहाँ! हमें पक्का यकीन है कि तुम योयो की तरह वापस आ जाओगे।
आखिरकार, अंतरिक्ष यात्रा आज यात्रा करने का सबसे सुरक्षित तरीका है।"
"हाँ, क्या यह आश्चर्यजनक नहीं है?" एक और वैज्ञानिक उनकी बातचीत में शामिल
हो गया-"अंतरिक्ष यात्रा हवाई यात्रा से सुरक्षित है और हवाई यात्रा अपनी खुद
की कार में चलने से ज्यादा सुरक्षित है।"
और इसी तर्क को आगे बढ़ाया जाए तो यात्रा का सबसे खतरनाक तरीका है पैदल चलना,
खासकर सड़क पार करना। अगर तुम्हें यकीन न हो तो मुंबई आकर देखो। वहाँ अगर
सड़क पार कर जाओ तो मान जाऊँ।" विली बोन्स ने कहा, जो अभी हाल ही में भारत का
दौरा करके लौटा था।
कुमार मराठे, जो पहले मुंबई में रहता था, ने इस मामले को स्पष्ट करना अपना
कर्तव्य समझा, "विली, तुम एक अहम चीज भूल रहे हो! मुंबई में जेब्रा क्रॉसिंग
सिर्फ सड़कों को सजाने के लिए होती है। कोई भी वाहन चालक पैदल चलनेवालों को
उन पर से सड़क पार करने के लिए नहीं रुकता। तुम अनपढ़ पश्चिमी लोग इतनी
मामूली बात भी नहीं समझते।'
इतना सुनते ही वहाँ हँसी का फव्वारा फूट पड़ा। पर बोन्स ने गौर किया कि रोजर
उनकी हँसी में शामिल नहीं था। विली बोन्स वैज्ञानिक नहीं था। चूँकि वह रोजर
के घर पर ठहरा हुआ था, इसलिए वह भी पार्टी में शरीक था। लेकिन लोगों को
देखना, उनके हाव-भाव को परखना ही उसका काम था।
पार्टी खत्म हो गई और रात के दो बजे आखिरी मेहमान भी चला गया। रोजर ने दस
गंदे गिलास डिश वॉशर में डाल दिए और बोतलों को क्रेट में रख दिया।
"काली या सफेद?" विली शांत नहीं बैठा था। उसने कॉफी बना ली थी और जानता था कि
वह खुद तथा रोजर दोनों उसका स्वागत करेंगे। काली, धन्यवाद!'' कृतज्ञतापूर्वक
कॉफी का मग लेते हुए रोजर सोफे में धंस गया।
विली भी रॉकिंग चेयर पर बैठ गया था। काली कॉफी की चुस्कियाँ लेते हुए वह
कुरसी पर अच्छी तरह पसर गया और फिर उसने वह प्रश्न पूछा, जो काफी समय से
पूछना चाह रहा था।
"रोजर, अब मुझे बताओ कि क्यों किसी अंतरिक्ष वैज्ञानिक को एफ.बी.आई. एजेंट की
मदद चाहिए?' कुछ पल खामोशी छाई रही। रोजर चुपचाप कॉफी की चुस्कियाँ लेता रहा।
उसकी समझ में नहीं आ रहा था कि कहाँ से अपने जवाब शुरू करे। विली धैर्य के
साथ विचार करता रहा।
अंततः रोजर ने बोलना शुरू किया, "विली, तुम जानते हो कि आज की पार्टी मेरे
सहकर्मियों को मेरा 'अलविदा' कहने का तरीका है, क्योंकि मैं अपने अंतरिक्ष
अभियान पर जा रहा हूँ।"
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