राजकमल प्रकाशन की पुस्तकें :
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कागजी है पैरहनइस्मत चुगताई
मूल्य: $ 20.95
पढ़ने में यह बाकायदा उपन्यास और उपन्यास से भी ज़्यादा कुछ है । एक पूरे समय और समाज का इतना जीवन्त, इतना प्रामाणिक वर्णन मुश्किल से ही मिल सकता है आगे... |
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काजर की कोठरीदेवकीनन्दन खत्री
मूल्य: $ 1.95 काजर की कोठरी 'चन्द्रकांता' और 'चंद्रकांता संतति'—जैसी कालजयी उपन्यासमाला के महान लेखक बाबू देवकीनंदन खत्री का एक और महत्त्वपूर्ण उपन्यास है। आगे... |
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काण्ट के दर्शन का तात्पर्यआचार्य कृष्णचन्द्र भट्टाचार्य
मूल्य: $ 12.95 |
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कादम्बरी देवी का सुसाइड नोटरंजन बंद्योपाध्याय
मूल्य: $ 10.95 |
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कानूनवाला'ज़ चैम्बरअपूर्व अग्रवाल
मूल्य: $ 14.95 क्रिमनल लॉ और जस्टिस की क्लासिकल रहस्यमयी-रोमांचक कहानियां, जिनमे न्याय-तंत्र की बीते सौ सालों की तस्वीरें हमारे सामने खुद-ब-खुद जिन्दा खड़ी हो जाती हैं। आगे... |
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कानूनवालाज चैम्बरअपूर्व अग्रवाल
मूल्य: $ 14.95 |
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काबुलीवाले की बंगाली बीवीसुष्मिता वंद्योपाध्याय
मूल्य: $ 9.95
एक बंगाली ब्राह्मण परिवार की लड़की का एक अफगानी लड़के से प्रेम,फिर विवाह, और फिर आठ तक अफगानिस्तान में यातनाओं का कुचक्र... आगे... |
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कामयोगीसुधीर कक्कड़
मूल्य: $ 11.95 ‘कामसूत्र’ के रचयिता वात्स्यायन के जीवन और उनके दौर को बुनती एक पठनीय पुस्तक... आगे... |
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कामायनी एक पुनर्विचारगजानन माधव मुक्तिबोध
मूल्य: $ 14.95 कामायनी : एक पुनर्विचार, व्यावहारिक समीक्षा के क्ष्रेत्र में एक सर्वथा नवीन विवेचन-विश्लेषण-पद्धति का प्रतिमान है। आगे... |
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कामायनी और हिन्दी आलोचनासुधीर रंजन सिंह
मूल्य: $ 13.95 |