राधाकृष्ण प्रकाशन की पुस्तकें :
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उखड़े हुए लोगराजेन्द्र यादव
मूल्य: Rs. 695
राजेन्द्र यादव का एक राजनीतिक उपन्यास... आगे... |
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उचक्कालक्ष्मण गायकवाड (अनुवादक सूर्यनारायण रणसुभे)
मूल्य: Rs. 225 1989 के साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित यह आत्मकथा बिना आत्मदया या किसी किस्म की आत्मश्लाघा के हमारे सामाजिक यथार्थ को सामने लाती है। आगे... |
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उजली नगरी चतुर राजामन्नू भंडारी
मूल्य: Rs. 195 |
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उड़ानपुखराज मारू
मूल्य: Rs. 150 गज़ल हिन्दुस्तानी रिवायत की हसीन-तरीन विरासत है, इसको ज़बानों के संकीर्ण दायरों में क़ैद नहीं किया जा सकता। आगे... |
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उत्कृष्ट प्रबंधन के रूपसुरेश कांत
मूल्य: Rs. 175 इसमें उत्कृष्ट प्रबंधन कैसे हो इस विषय पर प्रकाश डाला गया है.... आगे... |
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उत्तर बायां हैविद्यासागर नौटियाल
मूल्य: Rs. 250 यह उपन्यास बेचैन करने वाले यथार्थ और जमीनी सच्चाइयों, आपसी रिश्तों को ध्यान में रखकर लिखा गया है... आगे... |
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उत्तरायणरंगनाथ तिवारी
मूल्य: Rs. 650 रवीन्द्रनाथ टैगोर हमारे लिए प्रकाश और समरसता की आस्था के जीवित प्रतीक रहे हैं। आगे... |
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उत्तरार्द्धअशोक कुमार महापात्र
मूल्य: Rs. 400 |
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उदय रविबी पुट्टस्वामय्या
मूल्य: Rs. 350 ‘उदय-रवि’ - ई.स. 1950 - में तैलप (तृतीय) के सिंहासनारोहण से लेकर बसवेश्वर के मंत्री बनने तक की घटनाओं का चित्रण है। आगे... |
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उन्तीसवीं धारा का आरोपीमहाश्वेता देवी
मूल्य: Rs. 95
इस पुस्तक में अन्तर्विरोधी कर्तव्यों के आपसी द्वन्द्व और समाज के निचले तबके की दारूण जीवन स्थितियों का वर्णन किया गया है..... आगे... |