प्रभात प्रकाशन की पुस्तकें :
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मेरी असफलताएँबाबू गुलाबराय
मूल्य: $ 15.95 गुलाबराय जी की हास्य और आत्म प्रवंचना से पूरित आत्मकथा आगे... |
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मेरे तूणीर मेरे बाणअमरेंद्र कुमार
मूल्य: $ 14.95 इस संग्रह के व्यंग्य-लेख जीवन के विभिन्न पक्षों-संदर्भों से जुड़े हैं तथा भारत एवं अमेरिकी जीवन की विडंबनाओं पर प्रकाश डालते हैं। आगे... |
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मेरे मानसिक उपादानबाबू गुलाबराय
मूल्य: $ 13.95 मेरे मानसिक उपादान.. आगे... |
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मेरे सपनों का भारतए. पी. जे. अब्दुल कलाम ए शिवाथनु पिल्लै
मूल्य: $ 18.95 प्रस्तुत है कलाम के सपनों का भारत... आगे... |
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मैं अटल बिहारी वाजपेयी बोल रहा हूँएम. आई. राजस्वी
मूल्य: $ 14.95 |
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मैं और मेरा छपास रोगपूरन सरमा
मूल्य: $ 15.95 हिंदी व्यंग्य में भी ऐसे कितने लेखक आपको मिलेंगे, जिनकी किताब आप खरीदकर पढ़ने की इच्छा रखते हैं ? पूरन सरमा ऐसे लेखक हैं। आगे... |
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मैं संघ में और मुझमें संघमा.गो. वैद्य
मूल्य: $ 15.95 वैद्य कुल के इतिहास, भूगोल, फैलाव आदि के साथ ही मा.गो. वैद्य के व्यक्तिगत जीवन का भी निकट से परिचय आगे... |
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मैं हूँ इलेक्ट्रानिकीतुरशन पाल पाठक
मूल्य: $ 1.95 प्रस्तुत है मैं हूँ इलेक्ट्रानिक... आगे... |
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मैं हूँ कम्प्यूटरश्यामसुन्दर शर्मा
मूल्य: $ 1.95 प्रस्तुत है मैं हूँ कम्प्यूटर... आगे... |
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मैं हूँ भारतीयके.के. मुहम्मद
मूल्य: $ 15.95 भारतीय पुरातत्व विभाग लम्बे समय से मार्क्सवादी विचारधारा के प्रभाव में रहा है। पुरातत्व विभाग अपनी खोजों से भारत के इतिहास की पहचान बनाने में अहम भूमिका निभाता है। इस स्थिति में भारतीयता की भावना रखने वाले पुरातत्वविद् को किस प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, इस आत्मकथा में पढ़ें। आगे... |