लोगों की राय

आत्माराम एण्ड सन्स की पुस्तकें :

हमारे मालिक सबके मालिक

गिरिराज किशोर

मूल्य: Rs. 175

‘हमारे मालिक सबके मालिक’ जिस कहानी पर इस संग्रह का नामकरण किया गया है। वह दुनिया के तथाकथित मालिकों की कहानी है जिनका डंडा पूजने के लिए आज सब बाध्य हैं, शायद आगे भी रहेंगे, ख़ासतौर से तीसरी दुनिया के हम जैसे देश!   आगे...

हँसो और खिलखिलाओ

उदय शंकर भट्ट

मूल्य: Rs. 350

बारह मनोरंजक हास्य एकांकी

  आगे...

हाईटेक

जनार्दन मिश्र

मूल्य: Rs. 150

आर्थिक और सामाजिक मकड़जाल को तोड़ती कहानियाँ....   आगे...

हाथी की नाक लंबी क्यों ? ऊँट की पीठ पर कूबड़ क्यों ?

अनिल चन्द्रा

मूल्य: Rs. 150

बच्चों के लिए पांच कहानियों का संग्रह...   आगे...

हास परिहास

अरुण

मूल्य: Rs. 150

हास-परिहास से भरपूर लेखों का संग्रह है यह पुस्तक....   आगे...

हास्य कथा बत्तीसी

वीरेन्द्र जैन

मूल्य: Rs. 150

बालपयोगी हास्य कथाएँ   आगे...

हास्य-व्यंग्य-रंग एकांकी

रामगोपाल वर्मा

मूल्य: Rs. 140

प्रस्तुत है हास्य व्यंग्य रंग एकांकी....   आगे...

हिन्दी की श्रेष्ठ बाल कहानियाँ

उषा यादव एवं राजकिशोर सिंह

मूल्य: Rs. 275

बच्चों के लिए प्रस्तुत हैं श्रेष्ठ कहानियाँ...   आगे...

हीरक जयन्ती

नागार्जुन

मूल्य: Rs. 150

कविवर मृगांक ने सोचा—बारह पाँचे साठ सौ रुपये। कम नहीं होते हैं साठ सौ रुपये। सालभर में इतनी रकम तो दस उपन्यास भी नहीं खींच सकते !   आगे...

‹ First161718   179 पुस्तकें हैं|