चर्चित पुस्तकें
1857 का संग्रामवि. स. वालिंबेमूल्य: Rs. : 13
1857 का संग्राम पुस्तक का कागजी संस्करण... आगे... |
ना राधा ना रुक्मणीअमृता प्रीतममूल्य: Rs. : 60 अमृता प्रीतम के द्वारा लिखा हुआ एक श्रेष्ठ उपन्यास... आगे... |
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भगवत्प्राप्ति सहज हैस्वामी रामसुखदासमूल्य: Rs. : 7 प्रस्तुत है भगत्प्राप्ति सहज है... आगे... |
वे दिननिर्मल वर्मामूल्य: Rs. : 250 इस उपन्यास के पात्र, निर्मलजी के अन्य कथा-चरित्रों की ही तरह सबसे पहले व्यक्ति है, लेकिन मनुष्य के तौर पर वे कहीं भी कम नहीं हैं बल्कि बढ़कर हैं, किसी भी मानवीय समाज के लिए उनकी मौजूदगी अपेक्षित मानी जायगी उनकी पीड़ा और उस पीड़ा को पहचानने, अंगीकार करने की उनकी इच्छा और क्षमता उन्हें हमारे मौजूद असहिष्णु समाज के लिए मूल्यवान बनाती है। आगे... |