चर्चित पुस्तकें
रुकोगी नहीं राधिकाउषा प्रियंवदामूल्य: Rs. : 225 यह लघु उपन्यास प्रवासी भारतीयों की मानसिकता में गहरे उतरकर बड़ी संवेदनशीलता से परत-दर-परत उनके असमंजस को पकडने का सार्थक प्रयास है... आगे... |
खुदाराम और चन्द हसीनों के खुतूतपाण्डेय बेचन शर्मामूल्य: Rs. : 95 1927 में लिखी गई इस पुस्तक में हिन्दू-मुसलिम जन-जीवन के आपसी संबंधों की गुत्थियों का मार्मिक विवरण आगे... |
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अन्तिम बयानमंजुल भगतमूल्य: Rs. : 75 प्रस्तुत है मंजुल भगत की श्रेष्ठतम कहानियों का संग्रह... आगे... |
शतरंज के मोहरेअमृतलाल नागरमूल्य: Rs. : 185 हिन्दी के यशस्वी कथाकार अमृतलाल नागर का बहुप्रशंसित उपन्यास ‘शतरंज के मोहरे’... आगे... |