धर्म एवं दर्शन
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वृहद् दृष्टांत महासागरस्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 9.95 जो काम तलवार नहीं कर पाती, उसे नन्ही-सी सूई कर देती है। यह बात जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में पूरी होती है... आगे... |
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उपनिषदों की कहानियाँस्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 7.95 उपनिषद् आत्मविद्या अथवा ब्रह्मविद्या को कहते हैं। वेदों के अंतिम भाग होने के कारण इन्हें वेदांत भी कहा जाता है। वेदांत संबंधी श्रुति-संग्रह ग्रंथों के लिए भी ’उपनिषच्छब्द’ का प्रयोग होता है... आगे... |
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सुखमय जीवन के 101 सोपानस्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 7.95 इस संसार में सभी सुख चाहते हैं, लेकिन इसकी कोई निश्चित परिभाषा नहीं है, क्योंकि यह सापेक्ष है... आगे... |
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सोलह संस्कारस्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 7.95 भारतीय संस्कृति संस्कारों पर ही आधारित है। प्राचीन काल में तो प्रत्येक कार्य का आरंभ संस्कार से ही होता था... आगे... |
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सीखभरी कहानियाँस्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 7.95 इस पुस्तक की प्रत्येक कथा जीवन के ऐसे पहलुओं की ओर इशारा करती है, जिस ओर अक्सर हमारा ध्यान नहीं जाता... आगे... |
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सागर के मोतीस्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 7.95 सागर का एक नाम रत्नाकर भी है। लेकिन इन रत्नों की प्राप्ति के लिए समुद्र का मंथन करना आवश्यक है... आगे... |
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पौराणिक प्रसंगस्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 7.95 पुराणों को कुछ लोग कपोल-कल्पित मानते हैं। लेकिन ऐसा कहने वाले नहीं जानते कि हिंदू शास्त्रों में इनका अपना वैशिष्ट्य है... आगे... |
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मन, वचन. कर्म से ...स्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 7.95 जो लोग कहते हैं कुछ और करते हैं कुछ, उनसे मेरा जी जलता है, क्योंकि उनके कहने और करने का कुछ ठिकाना नहीं है.. आगे... |
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हमारे पूज्य देवी-देवतास्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 7.95 ’देवता’ का अर्थ दिव्य गुणों से संपन्न महान व्यक्तित्वों से है। जो सदा, बिना किसी अपेक्षा के सभी को देता है, उसे भी ’देवता’ कहा जाता है... आगे... |
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ज्ञान सुधा-सागरस्वामी अवधेशानन्द गिरि
मूल्य: $ 7.95 सुख की कोई निश्चित परिभाषा नहीं है। यद्यपि अनुकूल संवेदना के रूप में सुख को पारिभाषित किया जाता है.... आगे... |