गजलें और शायरी >> संभाल कर रखना संभाल कर रखनाराजेन्द्र तिवारी
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तुम्हारे सजने-सँवरने के काम आयेंगे, मेरे खयाल के जेवर सम्भाल कर रखना....
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अजीब बात है सबको नसीब दुनिया है
अजीब बात है सबको नसीब दुनिया है।
न ख्व़ाब है,न हक़ीक़त, अजीब दुनिया है।।
नई सदी की हकी़क़त का फ़लसफ़ा है ये,
कोई मसीह नहीं है, सलीब दुनिया है।
वो जा रहे हैं सितारों पे इसलिये रहने,
तबाह होने के बिल्कुल क़रीब दुनिया है।
बहुत क़रीब से देखा तो हमने ये जाना,
अमीर कितनी है, कितनी ग़रीब दुनिया है।
तुम्हीं बताओ कि आखि़र किसे रकी़ब कहें,
तुम्हीं रकी़ब नहीं हो, रक़ीब दुनिया है।
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