इतिहास और राजनीति >> भारत की एकता का निर्माण भारत की एकता का निर्माणसरदार पटेल
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स्वतंत्रता के ठीक बाद भारत की एकता के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा देश की जनता को एकता के पक्ष में दिये गये भाषण
सारा देश अगर आज मिल कर काम न
करेगा, देश की जनता अगर हमारा साथ न देगी, तो हमारी नौका तूफान में पड़
जाएगी। तो बंगाल के नौजवानों और कार्यकर्ताओं से मेरी अदब से प्रार्थना है
कि जरा हम पर भरोसा रखो, जरा धीरज से और डिसिप्लिन (नियन्त्रण) से काम लो।
दुनिया देख रही है कि हिन्दुस्तान को जो आजादी मिली है, उसमें वह किस तरह
से चलाता है। दुनिया के पास हमें अपना तमाशा नहीं बनाना है। आज सारी
दुनिया के बड़े-बड़े लोग एम्बेसेडर (राजदूत) बन कर इधर आकर बैठे हैं। वे सब
देखते हैं कि हम क्या कर रहे हैं।
आज तो दुनिया बहुत छोटी बन गई
है। आज सारी दुनिया हमारी तरफ देख रही है। हमें इस तरह से काम करना चाहिए
कि दुनिया में हमारी इज्जत बढ़े और दुनिया के लोग यह समझें कि हम लोग
समझदार हैं। वे ऐसा समझें कि उन की मुहब्बत की हमें जरूरत है।
मैं फिर एक दफा आपका शुक्रिया
करता हूँ और उम्मीद करता हूं कि मैंने जो चन्द बातें आपसे कही हैं, उनको
ठीक तरह समझ कर आप उन पर अमल करेंगे। ईश्वर आपका भला करे।
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- वक्तव्य
- कलकत्ता - 3 जनवरी 1948
- लखनऊ - 18 जनवरी 1948
- बम्बई, चौपाटी - 17 जनवरी 1948
- बम्बई, शिवाजी पार्क - 18 जनवरी 1948
- दिल्ली (गाँधी जी की हत्या के एकदम बाद) - 30 जनवरी 1948
- दिल्ली (गाँधी जी की शोक-सभा में) - 2 फरवरी 1948
- दिल्ली - 18 फरवरी 1948
- पटियाला - 15 जुलाई 1948
- नई दिल्ली, इम्पीरियल होटल - 3 अक्तूबर 1948
- गुजरात - 12 अक्तूबर 1948
- बम्बई, चौपाटी - 30 अक्तूबर 1948
- नागपुर - 3 नवम्बर 1948
- नागपुर - 4 नवम्बर 1948
- दिल्ली - 20 जनवरी 1949
- इलाहाबाद - 25 नवम्बर 1948
- जयपुर - 17 दिसम्बर 1948
- हैदराबाद - 20 फरवरी 1949
- हैदराबाद (उस्मानिया युनिवर्सिटी) - 21 फरवरी 1949
- मैसूर - 25 फरवरी 1949
- अम्बाला - 5 मार्च 1949
- जयपुर - 30 मार्च 1949
- इन्दौर - 7 मई 1949
- दिल्ली - 31 अक्तूबर 1949
- बम्बई, चौपाटी - 4 जनवरी 1950
- कलकत्ता - 27 जनवरी 1950
- दिल्ली - 29 जनवरी 1950
- हैदराबाद - 7 अक्तूबर 1950