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उपन्यास >> नारी

नारी

सियारामशरण गुप्त

प्रकाशक : लोकभारती प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2008
पृष्ठ :152
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 6100
आईएसबीएन :978-81-8031-207

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नारी सहित प्रत्येक व्यक्ति ईश्वर की सृष्टि है। इसी कारण ईश्वर की तरह वह दहन भी है। ईश्वर की तरह कष्ट सहन करके ही उसे ईश्वरीय शक्ति उपलब्ध करना होगा।...

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