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मनोरंजक कथाएँ >> अलादीन औऱ जादुई चिराग

अलादीन औऱ जादुई चिराग

ए.एच.डब्यू. सावन

प्रकाशक : मनोज पब्लिकेशन प्रकाशित वर्ष : 2007
पृष्ठ :16
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 4779
आईएसबीएन :81-310-0200-4

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अलादीन की रोचक एवं मनोरंजक कहानी का वर्णन


उसके सुरंग के अन्दर जाते ही फिर से एक गड़गड़ाहट हुई और सुरंग पहले की तरह बंद हो गयी तथा वहाँ की जमीन पंहले की तरह समतल हो गयी। अब वहाँ किसी भी सुरंग का नामोनिशान न था।
वह बूढ़ा आदमी भी एक जादूगर था। वह सिर्फ जादूगर नहीं था, बल्कि जादूगर सम्राट था। एक बहुत ही खतरनाक शख्सियत था। उसका नाम था-बैसूफा। उसकी उम्र लगभग चार सौ साल थी।
वह उस अफ्रीकी जादूगर का उस्ताद था। वह जमीन के अन्दर एक शानदार महल बनाकर रहता था। उसके सैकड़ों चेले थे, जो कि दुनिया के कोने-कोने में फैले हुए थे।
एक वक्त था, जब वह भी दूसरे जादूगरों की तरह जमीन पर ही रहता था। तरह-तरह के काम करके लोगों को परेशान किया करता था। उसके कारनामों से तंग आकर अच्छे काम करने वाले कुछ तांत्रिकों ने उसे जान से मारने की कोशिश की। इससे जादूगर सम्राट बैसूफा डरकर जमीन के अन्दर जा छिपा। तब से अब तक वह यहीं जमीन के अन्दर रह रहा था।
जमीन के नीचे रहकर भी बैसूफा जमीन पर बुरे काम करने से बाज नहीं आता था। वह तरह-तरह के भूचाल तथा आंधी-तूफान ऊपर जमीन पर भेजता रहता था, लेकिन लोग ये नहीं जान पाते थे कि ये कारनामें बैसूफा के हैं। वे यही समझते थे कि यह कुदरत का कहर है।
जादूगर सम्राट बैसूफा के पास एक जादुई आईना था जिससे वह जमीन के नीचे रहकर भी जमीन के ऊपर का हाल-चाल जान लिया करता था। बैसूफा अपने शागिर्दो को बहुत प्यार करता था। जब भी उसके किसी शागिर्द पर कोई मुसीबत आती, बैसूफा फौरन उसकी मदद को पहुँच जाता था।
आज जब जादूगर सम्राट बैसूफा ने अपने जादुई आईने में जमीन का दृश्य देखा, तो अंपने प्रिय शागिर्द को लाश की शक्ल में पड़े देखा। अपने शागिर्द जादूगर सेनसन को मरा देखकर बैसूफा हैरान रह गया। इसके साथ ही उसे गुस्सा भी बहुंत आया। वह यकीन नहीं कर पा रहा था कि सेनसन मर चुका है। गुस्से में उबलते हुए वह बोला-“कौन है यह गुस्ताख जिसने जादूगर सम्राट बैसूफा के शागिर्द को मारकर अपनी मौत को दावत दी है? मैं उसको तबाह कर दूंगा...।”
इतना कहकर बैसूफा ने अपनी आंखें बंद कर लीं और उसे जिन्दा करने के लिये धीरे-धीरे मंत्र बड़बड़ाने लगा। इसके साथ ही कमरे में बदबू में तेजी आ गई।
तभी अचानक एक भयंकर घटना घटी। कमरे में बिखरी मानव खोपड़ियां और कंकाल हवा में उठकर नाचने लगे। उनके ऐसा करने पर माहौल को और भी भयंकर बना दिया।

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