भाषा एवं साहित्य >> घाघ और भड्डरी की कहावतें घाघ और भड्डरी की कहावतेंदेवनारायण द्विवेदी
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घाघ और भड्डरी में दैवी प्रतिभा थी। उनकी जितनी कहावतें हैं, सभी प्रायः अक्षरशः सत्य उतरती हैं।
पहिले जागै पहिले सोवै जो वह सोचे वाही होवें।।
रात्रि को जल्दी सोने से और प्रातःकाल जल्दी जागने से बुद्धि तीव्र होती
है यानी विचार शक्ति बढ़ जाती है।
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