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लज्जा

तसलीमा नसरीन

प्रकाशक : वाणी प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2014
पृष्ठ :176
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 2125
आईएसबीएन :81-7055-777-1

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प्रस्तुत उपन्यास में बांग्लादेश की हिन्दू विरोधी साम्प्रदायिकता पर प्रहार करती उस नरक का अत्यन्त मार्मिक चित्रण प्रस्तुत किया गया है...


माया के होंठों पर सुरजन ने बहुत दिनों बाद मुस्कराहट देखी। उसकी हँसी को थोड़ी देर और स्थायी रखने के लिए उसने अखबार के पहले पन्ने पर छपी खबर दिखायी। बोला, 'देख रही हो! इस शहर में शान्ति जुलूस निकल रहा है। हम लोग धर्म-वर्ण निरपेक्ष बांग्लादेश में हैं। साम्प्रदायिकता के खिलाफ डटकर खड़े हो जाओ, सर्वदलीय शान्ति जुलूस की ओजस्वी घोषणा। किसी भी कीमत पर अशांति पैदा करने वालों और लुटेरों के विरोध का आह्वान। भारत में हिंसा रुक गई है। उत्तर प्रदेश सरकार की मस्जिद की जमीन-बेदखली को हाई कोर्ट ने अवैध घोषित किया है। नरसिंह राव ने कहा है, बावरी मस्जिद टूटने के लिए केन्द्र नहीं, उत्तर प्रदेश सरकार उत्तरदायी है। पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र में अब भी सेना तैनात है। साम्प्रदायिक कट्टरपंथियों के विरुद्ध वामपंथियों की जेहाद की घोषणा। आज पल्टन मोड़ पर सी. पी. बी. की सभा है। अवामी लीग ने कहा है, साम्प्रदायिक सद्भावना के लिए शांति ब्रिगेड का गठन करना होगा। नगर समन्वय कमेटी ने कहा है, दंगा करने के जुर्म में निजामी कादिर मुल्लाओं को गिरफ्तार कीजिए। 'निर्मूल कमेटी' की भी आज सभा है। टेंगी में सर्वदलीय शान्ति जुलूस है। सांस्कृतिक गठबंधन का नारा, ‘साम्प्रदायिक दंगाबाजों का सामना करेगा अब बांग्लादेश। पन्द्रह विशिष्ट नागरिकों का बयान है-साम्प्रदायिक सद्भाव सबका नागरिक अधिकार है। कर्नल अकबर ने कहा है, फाँसीवादी सद्भाव खत्म होने से विजय के इस महीने की पवित्रता नष्ट होगी। धामराई में मंदिर तोड़ने के जुर्म में चार सौ व्यक्ति गिरफ्तार। ज्योति बसु का दुःखपूर्ण बयान है कि भारत अब मुँह दिखाने योग्य नहीं रहा।'

'सिर्फ अच्छी-अच्छी खबरों को पढ़ गये?' माया बिस्तर पर पालथी मारकर बैठ जाती है। अखबार खींचकर वह बोली, 'और बाकी खबरें? भोला में दस हजार परिवार बेघर। चट्टग्राम में सात सौ घर भस्मीभूत। किशोरगंज में मंदिरों की तोड़फोड़। पिरोजपुर में 144 धारा लागू। सीता कुण्ड मीर सराय में सात सौ घरों में आग लगा दी गयी।

'आज कोई बुरी खबर सुनना नहीं चाहता। आज मेरा मन अच्छा है।'

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