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का चुप साधि रहा...

राजू बलिहाटी

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2024
पृष्ठ :128
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 17211
आईएसबीएन :9781613017289

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सेल्प-हेल्प



सूर्योदय



जो लोग सूर्योदय से पहले उठते हैं, उनको इस बात का आभास होता है कि किस तरह प्रकृति भी रात्रि से दिन के निकलने से पहले कितना संघर्ष करती है? एकाएक सुबह होने के पहले अचानक अंधेरा ज्यादा घना हो जाता है, ठीक उसी समय हम भी अपने जीवन की नई शुरुआत करने के लिए संघर्ष कर रहे होते हैं, जो इस संघर्ष से जूझ कर किसी निर्णय पर पहुँच जाते हैं, उनके जीवन में सूर्योदय आ जाता है। जैसे प्रकृति संघर्ष कर रही होती है उसी तरह हमारे जीवन में काली घनी अंधेरी रात के बाद एक नई रोशनी का आगमन होता है। आप सोचो ये क्या संदेश हमें दे रही हैं? परेशानी से घबराओ मत बस धैर्य रखे रहो, एक नई सुबह होने वाली है जो आपके जीवन में खुशहाली ला देगी। इस धरती पर हर समस्या का समाधान है। बस हमें उसके सभी पहलू पर गौर करने की जरूरत है।
हम जब रात में सोते हैं तो निष्प्राण - एक निर्जीव माँस का लोथड़ा होते हैं। फिर उसमें जान उस समय आती है जब हम एक नए दिन की शुरुआत करते हैं, उठने से पहले जो हमारा संघर्ष सोने व जागने के बीच होता है, उसी चुनाव पर हमारा पूरा दिन निर्भर होता है। यह हमारे ऊपर है कि हम कौन सा विकल्प चुनते हैं क्योंकि अगर हमने सोने का विकल्प चुना तो हम सूर्योदय का आनंद उठाने से वंचित रह जाएँगे। हम तो उस हर आदमी को दुर्भाग्यशाली मानते हैं जो सुबह के उगते हुए सूर्य को नहीं देख पाता। वह दृश्य न सिर्फ हमें ताजगी से भरता है बल्कि हमारे अंदर संघर्ष करने की क्षमता का भी विकास करता है। यकीनन कुछ लोग देर रात तक जागने का समर्थन कर सकते हैं पर उनके पास भी सुबह जल्दी उठने की आदत के संबंध में एक भी कमी बताने लायक नहीं होगी लेकिन इसके फायदे हम कम से कम दस या दस से ज्यादा बता सकते हैं।
एक बात तो शर्तिया बता रहा हूँ जो लोग सुबह उठते हैं उनके चेहरे की चमक भीड़ में अलग से ही पहचान में आ जाती है। इतना ही नहीं जो आक्सीजन उस समय वातावरण में उपलब्ध रहता है उसको हम अधिक मात्रा में उपयोग कर सकते हैं खास तौर पर गहरी–गहरी साँस लेकर अपने फेफड़ों को ताजगी से भर सकते हैं। सुबह जो सूर्योदय से पहले उठते हैं उस आध्यात्मिक अनुभूति को प्राप्त करते हैं जिसमें हमारे ऋषि मुनि ब्रह्म मुहूर्त में उठ कर चिंतन-मनन किया करते थे।
कुछ प्रमुख उपाय –
आज बहुत सी बीमारियां अनिद्रा के कारण हो रही है और इसकी वजह है देर रात तक टीवी या फिर मोबाइल पर लगे रहना है। जब हम रात में जागते हैं तो हम हर काम प्रकृति के विपरीत करते हैं अगर हम वास्तव में कुछ करना चाहते हैं तो बस समय से सोने चले जाएँ। हमारे जीवन की बहुत सी समस्याओं का अंत हो जाएगा।
हर हाल में हमें 9:00 बजे से 9:30 के बीच सो जाना चाहिए इसका फायदा यह होगा कि हमारी नींद अपने आप 4:00 से 5:00 के बीच में खुल जाएगी और अब आप जो कुछ भी करना चाहते हैं वह आप कर पाएँगे, इतना ही नहीं आपके पास अपना काम करने के लिए ज्यादा समय होगा। वो समय सिर्फ आपका होगा जिसको आप स्व अध्ययन व चिंतन मनन तथा योग व प्राणायाम पर लगा सकते हैं।
हमारा आप सबसे आग्रह होगा कम से कम एक सप्ताह सुबह उठकर देखिए, खासतौर से उगते सूर्य को, आपके अंदर ऐसी ताजगी भर जाएगी जिसको सिर्फ आप महसूस कर सकते हैं। आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा जो आपके जीवन को उन्नति के पथ पर आगे ले जाएगा।
हम एक काम शुरू से करते आ रहे हैं आप भी इसको आजमा कर देख लीजिए, सुबह उठते ही एक गिलास गुनगुना या सादा पानी पीजिए, बस एक बात का ध्यान रहे पानी को मुँह में भर कर गलगला करें व उसे पी जाए उसके बाद चाहें तो ब्रश करें। इतना करते ही जो हमारे मुँह में टॉक्सिन पैदा होते हैं वह हमारे पेट में जाते हैं तो अपच रह गए अवशेषों को पूरी तरह पचा देते हैं।
एक काम और... खाने के पहले थोड़ा पानी पी ले और खाने के आधे घंटे बाद पानी पिएँ। आप कभी भी गैस और पेट संबंधी बीमारियों के शिकार नहीं होंगे।
8:00 से 9:00 के बीच में खाना खा लें। आपने देखा होगा, हमारे गाँव में लोग अक्सर 7:30 तक खाना खाकर सोने चले जाते हैं और सुबह ही उठकर अपने काम धंधे में लग जाते हैं। बिना किसी क्रीम पाउडर के उनके चेहरे की चमक देख लीजिए।
सुबह उठने का एक फायदा यह होता है कि आप के दिन की शुरुआत 2 घंटे पहले होती हैं। आपको अपना काम करने में जरा भी हड़बड़ी नहीं होगी। साथ ही जो आपके साथी समय की कमी का रोना रोते हैं कि मुझे समय ही नहीं मिलता कि शारीरिक व्यायाम करें आप उससे बच जाएँगे। आप अपने समय को सृजनात्मक कार्यों में लगा सकते हैं। साथ ही आप दिन भर तरोताजा महसूस करेंगे।
एक चीज और जो हम बताना चाहते हैं आप किसी भी मत मतांतरण को मानने वाले हो, आप लालिमा लिए सूर्य को देखें और हो सके तो उनको अर्घ्य चढ़ाते हुए, उस जल के भीतर से देखने की कोशिश करें आपकी आँखों की रोशनी हमेशा सही बनी रहेगी।
आँखों के लिए एक और अच्छा बहुत अच्छा उपाय है सुबह-सुबह मुँह में पानी भरकर अपनी आँखों को ठंडे पानी से धोएँ। इतना फायदा होगा जितना कि आपने उम्मीद नहीं की होगी, इसे लगातार करने से हो सकता है आपके ऐनक का नंबर कम हो जाएँ।
सुबह उठकर हम कुदरत के इस नायाब परिवर्तन से दो-चार होते हैं जो कि हमें सिखाता है देखो रात के बाद दिन कैसे होता है? एक बार तो उस परिवर्तन के साक्षी बनो। अपने स्वस्थ जीवन की दिनचर्या की शुरुआत करें।
सुबह जरूर उठें ताकि अपने शरीर को स्वस्थ और निरोग करने में आप सफल हो सकें। हमारे शरीर से बढ़कर हमारा कुछ नहीं है। सारी चीजें यहीं रह जाएँगी, एक बार जहाँ हमने अपनी आँखें मूंद लीं। मेरी आपसे गुजारिश है अपने जीवन को स्वस्थ और सुंदर बनाने के लिए सूर्योदय से पहले उठें और उस सूर्य को देखें जो उगते व ढलते समय एक समान होता है।
अपने जीवन में हो रहे परिवर्तन पर घमंड कभी ना करें क्योंकि सूर्य तो पूरी पृथ्वी को रोशनी दे रहा है। फिर भी उसके व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आता है।
सुबह उठना दुनिया का सबसे कठिन काम है जो सुबह उठ गया समझ लीजिए उसने अपनी कठिनाइयों पर विजय पा लिया क्योंकि उसने अपने दिन की शुरुआत ही संघर्ष से किया है। अब उसके जीवन में कितनी भी कठिन से कठिन परिस्थिति आए वो टूटेगा नहीं।
बस आदत डालने की जरूरत है एक बार हम मन बना लें। फिर देखिए आपके जीवन में क्या परिवर्तन आता है। दुनिया आपकी नजरों में खुशहाल लगेगी नकारात्मक सोच आपके करीब नहीं फटकेगी।
जो लोग सुबह उठते हैं उनके चेहरे की चमक उन्हें सबसे अलग कर देती है। आप स्वस्थ व निरोगी होते हैं, जो आपको नए-नए कार्यों के लिए ऊर्जा प्रदान करती है
सुबह एक से डेढ़ घंटे प्रकृति की गोद में बिताकर देख लीजिए। आपके जीवन में जो परिवर्तन आएगा, उसे सिर्फ आप ही महसूस कर सकते हैं।
देर किस बात की, कोशिश करना शुरू कर दीजिए। इससे आपका कोई नुकसान नहीं होगा और फायदा बयां नहीं किया जा सकता।
अंत में यही सुझाव व सलाह कि आप जरूर उस पल का सामना करें और देखें की रात के बाद दिन की शुरुआत कैसे होती है? वही सब हमारे जीवन में भी होता है, उससे हमें घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि धैर्य के साथ अंधेरी रात का इंतजार करें। लंबी से लंबी रात के बाद दिन तो होना है। यही सीख हमें प्रकृति रोज दे रही है। बस उसे अपनाने की जरूरत है, तो सूर्योदय देखने के लिए तैयार हो जाइए।                

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