उपन्यास >> बेनजीर - दरिया किनारे का ख्वाब बेनजीर - दरिया किनारे का ख्वाबप्रदीप श्रीवास्तव
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प्रदीप जी का नवीन उपन्यास
'जब आप इतना उतावले हो रहे हैं, तो बिना बताए कैसे रह सकती हूँ। मैंने देखा कि बीवी तकिया लगाए सीधे लेटी थी। छत वाला पंखा पूरी स्पीड में चल रहा था। ना मियाँ के तन पर एक कपड़ा था और ना बीवी के। छोटा बच्चा मां की छाती पर ही लेटा दूध पी रहा था। मियाँ की चुहुलबाजी चालू थी। वह दूसरी वाली छाती से बच्चा बन खेल रहा था। दोनों के हाथ भी एक दूसरे की शर्मगाहों में खेल रहे थे। जब बच्चा सो गया तो उसे दीवार की तरफ किनारे लिटा दिया। उसके आगे देखने की मुझमें हिम्मत, ताकत कुछ भी नहीं रह गई थी।'
'या बताने की हिम्मत नहीं कर पा रहीं हैं।'
आदतन ही मेरे मुँह से यह बात निकल गई। मैंने सोचा निश्चित ही इन्हें यह बात बुरी लगेगी, लेकिन वह मेरी आँखों में जैसे कुछ पढ़ती हुई बोलीं, 'आप को मुझ पर यह हथियार नहीं चलाना चाहिए था। मेरी हिम्मत ही है कि, हम आप यहाँ बैठे बात कर रहे हैं।'
यह कह कर वह बहुत अर्थभरी मुस्कान मुस्काईं। मैं भी मुस्कराहट के साथ उन्हें चुपचाप देखता रहा। कुछ बोलना उचित नहीं लगा। वह आगे बोलीं, 'आगे मैं और कुछ देखने की हिम्मत इसलिए नहीं कर पाई, क्योंकि जितना देखा उसी से मैं पसीने से भीग गई थी। दोनों कपड़े तरबतर हो रहे थे। ऐसे हांफ रही थी कि, जैसे दसियों मंजिल की सीढ़ियाँ चढ़-उतर कर आई हूँ। छातियाँ ऐसे ऊपर नीचे गिर रही थीं कि, लगता था जैसे संभल ही नहीं पाएंगी। कपड़े उन्हें थाम ही नहीं पायेंगे। मैं बक्से से उतरकर नीचे जमीन पर बैठ गई। उन दोनों की ना जाने कैसी-कैसी आवाज़ें मेरे कानों में पड़तीं, और मेरे बदन को जलाती रहीं बड़ी देर तक।'
'वाकई अद्भुत घटना है। आपने सही कहा था कि, नजर पड़ने के बाद हटा नहीं जा सकता था। आप तो फिर भी हट गईं, और कोई तो आखिर तक नहीं हटता। हिप्पोक्रेसी यह होती कि वह किसी से यह शेयर ना करता। मैं आपके साहस की प्रशंसा करता हूँ कि, आप बीच से हटीं भी, शेयर भी कर रही हैं। आगे आप...।'
'हाँ आगे यह हुआ कि फिर अचानक ही गिलास गिरने की आवाज आई, और उसके कुछ ही सेकेंड बाद बच्चे के रोने की। फिर वह चुप भी हो गया। लेकिन साथ ही कुछ ऐसी चुटुर-चुटुर आवाज सुनाई दी जैसे कि, वह दूध पी रहा हो। मेरा ध्यान वहीं लगा रहा। काम रुक गया। कपड़ा, सुई-धागा किनारे पड़ा रहा। सांसें फूलती रहीं। लग रहा था जैसे वह दृश्य बार-बार मेरी आँखों के सामने घट रहा है।
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