लेखक:
असगर वजाहत
जन्म : 1946, फतेहपुर, उत्तर प्रदेश।
शिक्षा : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से हिन्दी में एम.ए., पी-एच.डी. और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली से पोस्ट डाक्टोरल रिसर्च। 1971 से जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, दिल्ली के हिन्दी विभाग में अध्यापन। पाँच वर्षों तक ओत्वोश लोरांड विश्वविद्यालय, बुडापेस्ट, हंगरी में अध्यापन। यूरोप और अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों में व्याख्यान। पाँच उपन्यास, दो लघु उपन्यास, छह पूर्णकालिक नाटक, यात्रा संस्मरण की तीन पुस्तकें, नुक्कड़ नाटकों का एक संग्रह और साहित्यिक आलोचना की एक पुस्तक प्रकाशित। प्रमुख प्रकाशन :
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अमानत की इंदर सभाअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 395 |
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कैसी आगी लगाईअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 325 एक श्रेष्ठ उपन्यास आगे... |
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चलते तो अच्छा थाअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 175 प्रस्तुत है पुस्तक चलते तो अच्छा था ... आगे... |
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जिस लाहौर नइ देख्या ओ जम्याई नइअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 150 जिस लाहौर नइ देख्या ओ जम्याई नइ आगे... |
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टेलीविजन लेखनअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 495 |
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डेमोक्रेसियाअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 250 "डेमोक्रेसिया" प्रतिष्ठित कथाकार असग़र वजाहत की विशिष्ट कहानियों का संग्रह है। आगे... |
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धरा अँकुराईअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 495 कथाकार असगर वजाहत की उपन्यास-त्रयी का अन्तिम भाग 'धरा अँकुराई' एक बहुआयामी कथानक को जीवन की सच्चाइयों तक पहुँचाता है। आगे... |
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पहर दोपहरअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 375 असगर वजाहत ने अपने इस उपन्यास में मायानगरी मुंबई की चमक-दमक की दुनिया को विषय बनाया है आगे... |
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बरखा रचाईअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 450 प्रस्तुत उपन्यास बरखा रचाई किसी विमर्श का ठप्पा लगाए बिना ठोस जीवन से जुड़ी बहुत-सी समस्याओं को सामने लाता है। आगे... |
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बाकर गंज के सैयदअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 195 |