शब्द का अर्थ
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सोंट :
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पुं० =सोंटा(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोंटना :
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स० [?] सुधारना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोंट :
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पुं० [सं० शुंड या हिं० सटना] [स्त्री० अल्पा० सोंटी] १. मोटी-लोबी साधी लकड़ी या बाँस जो हाथ मे लेकर चलतें हैं। मोटी छड़ी। डंडा। लट्ठ। मुहा०–सोंटा चलाना या जमाना=सोंटे से प्रहार करना। २. भाँग घोटने का मोटा डंडा। भंग घोटना। ३. लोबिये का पौधा। ४. ऐसा लट्ठा जिससे मस्तूल बनाया जा सके। (लश०) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोंट-बरदार :
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पुं० [हिं० सोंटा=फा० बरदार] सोंटा या आसा लेकर किसी राजा या अमीर की सवारी के साथ चलने वाला। आसाबरदार। बल्लमदार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |