शब्द का अर्थ
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सरल :
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वि० [सं०] [स्त्री० सरला] १. जो सीधा किसी ओर चला गया हो; बीच में कहीं इधर-उधर घूमा या मुड़ा न हो। २. जो टेढ़ा या वक्र न हो। सीधा। ३. जिसके मन में छल-कपट न हो। सीधा और भोला। ४. ईमानदार और सच्चा। ५. (कार्य) जिसे पूरा करने में कुछ भी कठिनता न हो। ६. (लेख आदि) जिसका अर्थ समझने में कठिनता न हो। आसान। सहज। ७. असली। खरा। पुं० १. अग्नि। २. चीड़ का पेड़। ३. चीड़ का गेंद। गँधा बिरोजा। ४. एक प्रकार का पक्षी। ५. गौतम बुद्ध का एक नाम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सरल-काष्ठ :
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पुं० [सं० ब० स०] चीड़ की लकड़ी। |
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सरलता :
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स्त्री० [सं०] १. सरल होने की अवस्था गुण या भाव। २. चरित्र, व्यवहार, स्वभाव आदि का सीधापन। सिधाई। भोलापन। ३. ईमानदारी और सच्चाई। ४. आसानी। सुगमता। |
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सरल-द्रव :
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पुं० [सं०] १. गंधा-बिरोजा। २. ताड़पीन का तेल। |
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सरल-निर्यास :
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पुं० [सं० ब० स०, ष० त० वा] १. गंधा-बिरोजा। २. ताड़पीन का तेल। |
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सरल-रस :
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पुं० [सं०] १. गंधा-बिरोजा। २. ताड़पीन का तेल। |
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सरलांग :
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पुं० [सं० ब० स०] १. गंधा-बिरोजा। २. ताड़पीन का तेल। |
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सरला :
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स्त्री० [सं० सरल-टाप्] १. चीड़ का पेड़। २. काली तुलसी। ३. मल्लिका। मोतिया। ४. सपेद निसोथ। |
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सरलित :
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भू० कृ० [सं० सरल+इतच्] सीधा या सहज किया हुआ। |
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सरलीकरण :
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पुं० [सं०] किसी कठिन काम, चीज, बात या विषयट आदि को सरल करने की क्रिया या भाव। (सिम्प्लफ़िकेशन) जैसे—भाषा का सरलीकरण, वैज्ञानिक प्रक्रिया का सरलीकरण। |
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