शब्द का अर्थ
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विहंग :
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पुं० [सं० विहायस्√गम्+खच्, डित्व, मुम्, विहादेश] १. पक्षी। चिड़िया। २. सूर्य। ३. चन्द्रमा। ४. सोना। मक्खी। ५. बादल। मेघ। ६. तीर। बाण। |
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समानार्थी शब्द-
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विहंगक :
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वि० [सं० बिहंग+कन्] आकाश में उड़नेवाले। पुं० छोटा पक्षी। |
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विहंगम :
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पुं० [सं० विहायस्√गम् (जाना)+खच्, मुम्, विहादेश] १. पक्षी। चिड़िया। २. सूर्य। वि०=बेहंगम।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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विहंगम मार्ग :
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पुं० [सं० कर्म० स०] योग की साधना में दो मार्गों में से एक जिसके द्वारा साधक बिना अधिक काया-क्लेश सहे बहुत जल्दी और सहज में उसी प्रकार अपने प्राण ब्रह्मांड तक ले जाता है, जिस प्रकार पक्षी उड़कर वृक्ष के ऊपरी भाग पर जा पहुँचता है। यह दूसरे अर्थात् पिपीलिका मार्ग की तुलना में श्रेष्ठ समझा जाता है। |
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विहंगमा :
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स्त्री० [सं० विहंगम+टाप्] १. सूर्य की एक प्रकार की किरण। २. चिड़िया। ३. बहँगी। |
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विहंग-राज :
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पुं० [सं० ष० त०] गरुड़। |
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विहंगहा (हन्) :
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पुं० [सं०] बहेलिया। |
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विहंगिका :
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स्त्री० [सं० विहंग+कन्+टाप्, इत्व] बहँगी। |
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