शब्द का अर्थ
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पलटा :
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पुं० [हिं० पलटना] १. पलटने की क्रिया या भाव। २. चक्कर के रूप में अथवा यों ही उलटकर पीछे की ओर अथवा किसी ओर घूमने या प्रवृत्त होने की क्रिया या भाव। मुहा०—पलटा खाना=(क) पीछे अथवा किसी और दिशा में प्रवृत्त होना या मुड़ना। जैसे—भागते हुए चीते ने पलटा खाया और वह शिकारी पर झपटा। (ख) एक दशा से दूसरी, मुख्यतः अच्छी दशा की ओर प्रवृत्त होना। जैसे—दस बरस के बाद उसके भाग्य ने फिर पलटा खाया और उसने व्यापार में लाखों रुपये कमाये। पलटा देना=(क) उलटना। (ख) किसी दूसरी दशा या दिशा में प्रवृत्त करना या ले जाना। ३. किसी काम या बात के बदले किया जाने या होनेवाला काम या बात। बदला। जैसे—उसे उसकी करनी का पलटा मिल गया। ४. संगीत में वह स्थिति जिसमें बड़ी और लंबी तानें लेते समय ऊँचे स्वरों से पलटकर नीचे स्वरों पर आते हैं। जैसे—गवैये ने ऐसी- ऐसी तानें पलटीं कि सब लोग प्रसन्न हो गये। क्रि० प्र०—लेना। ५. लोहे या पीतल की बड़ी खुरचनी जिसका फल चौकोर न होकर गोलाकार होता है। ६. नाव की वह पटरी जिस पर उसे खेनेवाला मल्लाह बैठता है। ६. कुश्ती का दाँव या पेंच। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पलटाना :
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सं० [हिं० पलटना] १. पलटने में प्रवृत्त करना। २. लौटाना। ३. बदलना। विशेष दे० ‘पलटना’ स०। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पलटाव :
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पुं० [हिं० पलटा] पलटे जाने की क्रिया या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पलटावना :
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स० [हिं० पलटना का प्रे०] पलटने का काम किसी दूसरे से कराना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पलटा :
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पुं० [हिं० पलटना] १. पलटने की क्रिया या भाव। २. चक्कर के रूप में अथवा यों ही उलटकर पीछे की ओर अथवा किसी ओर घूमने या प्रवृत्त होने की क्रिया या भाव। मुहा०—पलटा खाना=(क) पीछे अथवा किसी और दिशा में प्रवृत्त होना या मुड़ना। जैसे—भागते हुए चीते ने पलटा खाया और वह शिकारी पर झपटा। (ख) एक दशा से दूसरी, मुख्यतः अच्छी दशा की ओर प्रवृत्त होना। जैसे—दस बरस के बाद उसके भाग्य ने फिर पलटा खाया और उसने व्यापार में लाखों रुपये कमाये। पलटा देना=(क) उलटना। (ख) किसी दूसरी दशा या दिशा में प्रवृत्त करना या ले जाना। ३. किसी काम या बात के बदले किया जाने या होनेवाला काम या बात। बदला। जैसे—उसे उसकी करनी का पलटा मिल गया। ४. संगीत में वह स्थिति जिसमें बड़ी और लंबी तानें लेते समय ऊँचे स्वरों से पलटकर नीचे स्वरों पर आते हैं। जैसे—गवैये ने ऐसी- ऐसी तानें पलटीं कि सब लोग प्रसन्न हो गये। क्रि० प्र०—लेना। ५. लोहे या पीतल की बड़ी खुरचनी जिसका फल चौकोर न होकर गोलाकार होता है। ६. नाव की वह पटरी जिस पर उसे खेनेवाला मल्लाह बैठता है। ६. कुश्ती का दाँव या पेंच। |
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समानार्थी शब्द-
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पलटाना :
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सं० [हिं० पलटना] १. पलटने में प्रवृत्त करना। २. लौटाना। ३. बदलना। विशेष दे० ‘पलटना’ स०। |
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पलटाव :
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पुं० [हिं० पलटा] पलटे जाने की क्रिया या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
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पलटावना :
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स० [हिं० पलटना का प्रे०] पलटने का काम किसी दूसरे से कराना। |
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समानार्थी शब्द-
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