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			| शब्द का अर्थ |  
				| द्वि-दल					 : | वि० [सं० ब० स०] १. (अन्न) जिसमें दो दल या खंड हों। जैसे—अरहर, चना, आदि। २. दो दलों या पत्तोंवाला। ३. दो पटलों या पंखड़ियोंवाला। पुं० १. वह जिसमें दो दल (खंड, पत्ते या पंखड़ियाँ) हों। २. ऐसा अन्न जिससे दाल बनती हो। जैसे—अरहर, चना, मूंग आदि। ३. दाल। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| द्वि-दल-शासन-प्रणाली					 : | स्त्री० [सं० द्वि-दल द्विगु स०; द्विदल-शासन ष० त०, द्विदल शासन-प्रणाली ष० त०] वह शासन प्रणाली जिसमें शासन-अधिकार दो व्यक्तियों (या दलों अथवा वर्गों) के हाथ में रहता है। दुहत्था-शासन। दे० ‘द्वैधशासन प्रणाली’। (डायार्की) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |