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			| शब्द का अर्थ |  
				| दूज					 : | स्त्री० [सं० द्वितीया, प्रा० दुइय, दुइज], चांद्रमास के हर पक्ष की दूसरी तिथि। दुइज। द्वितीया। पद—दूज का चाँद=ऐसा व्यक्ति जो बहुत दिनों पर दिखाई देता या मिलता हो। (परिहास और व्यंग्य) |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  
				| दूजा					 : | वि० [सं०द्वितीया, प्रा० दुइय] [स्त्री० दूजी] १. दूसरा। (पश्चिम) २. पराया। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |