| शब्द का अर्थ | 
					
				| दामन					 : | पुं० [फा०] १. गले में या वक्षःस्थल पर पहने हुए अंगरखे, कुरते आदि का कमर के नीचे का वह भाग जो झूलता या लटकता रहता है। मुहावरा—दामन छुड़ाना=संबंध छोड़कर अलग होना। (किसी का) दामन पकड़ना=संकट आदि के समय किसी ऐसे व्यक्ति का आश्रय लेना जो संकट के समय पूर्ण रूप से सहायक हो सके। २. पहाड़ के नीचे का कुछ ढालुआँ भाग। ३. जहाज का पाल। ४. नाव या जहाज के जिस ओर हवा का झोंका लगता हो उसके सामने की दिशा। (लश०) | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| दामनगीर					 : | वि० [फा०] १. न्याय, संरक्षण, सहायता आदि के लिए किसी का दामन या पल्ला पकड़नेवाला। २. अपना कोई काम कराने या अपना प्राप्य लेने के लिए किसी का दामन या पल्ला पकड़ने या पीछे पकड़नेवाला। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| दामन-पर्व (न्)					 : | पुं० [सं० दमन+अण्, दामन-पर्वन्, ब० स०] १. दमन भंजन तिथि। चैत्र शुक्ल चतुर्दशी। २. चैत्र शुक्ल की द्वादशी तिथि। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| दामनी					 : | स्त्री० [सं० दामन+अण्+ङीप्] रस्सी। डोरी। स्त्री० [फा० दामन] १. ओढ़ने की चादर विशेषतः वह चादर जो मुसलमान औरतों के जनाजे पर डाली जाती है २. घोड़ों की पीठ पर डाला जानेवाला कपड़ा। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |