| शब्द का अर्थ | 
					
				| दर्रा					 : | पुं० [फा० दर्रः] पहाड़ों के बीच का संकरा तथा दुर्गम मार्ग। पुं० [हिं० दलना] १. किसी चीज का मोटा पीसा हुआ चूर्ण। जैसे—गेहूँ या दाल का दर्रा। २. ऐसी मिट्टी जिसमें बहुत-से छोटे-छोटे कंकड़-पत्थर हों। (ऐसी मिट्टी प्रायः सड़कों पर बिछाई जाती है।) पुं०=दरार।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) | 
			
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				| दर्राज					 : | स्त्री० [फा० दराज़-लंबा] बढ़इयों का एक उपकरण जिससे वे लकड़ी सीधी करते हैं। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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				| दर्राना					 : | अ० [अनु० दड़-दड़, धड़-धड़] तेजी से और बेधड़क चलते हुए आगे बढ़ना या कहीं प्रवेश करना। जैसे—दर्राते हुए किसी के घर में घुस या चले जाना। | 
			
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