शब्द का अर्थ
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तमोहर :
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वि० [सं० तमस्√हृ (हरना)+अच्] १. तम या अंधकार का नाश करनेवाला। २. अज्ञान, अविद्या, मोह, माया आदि का नाश करनेवाला। पुं० १. सूर्य। २. चंद्रमा। ३. अग्नि। आग। ४. ज्ञान। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तमोहरि :
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पुं० [सं० तमस्-हरि, ष० त०]=तमोहर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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