शब्द का अर्थ
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तटस्थ :
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वि० [सं० तट√स्था (ठहरना)+क] [भाव० तटस्थता] १. तीर पर रहनेवाला। किनारे पर रहनेवाला। २. पास रहनेवाला। समीपवर्ती। ३. विरोध, विवाद आदि के प्रसंगों में दोनों दलों से अलग और दूर रहनेवाला। किसी का पक्ष न लेनेवाला। उदासीन। निरेपक्ष। पुं० किसी वस्त का वह लक्षण जो उसके स्वरूप के आधार पर नहीं, बल्कि उसके गुण और धर्म के आधार पर बतलाया जाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तटस्थता :
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स्त्री० [सं०] १. तटस्थ रहने या होने की अवस्था या भाव। २. लड़ने-झगड़ने या वैर-विरोध रखनेवाले पक्षों से अलग रहने की अवस्था या भाव। ३. आधुनिक राजनीति में (क) किसी देश या राज्य की वह स्थिति जिसमें वह दूसरे राज्यों के युद्ध में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से सम्मिलित नहीं होता, बल्कि बिलकुल अलग रहता है। (ख) किसी प्रदेश या स्थान के संबंध में संधि के द्वारा निश्चित वह स्थिति जिससे संधि करनेवाले राज्य आपस मे युद्ध छिड़ने पर भी उस प्रदेश या स्थान का न तो उपयोग ही कर सकते हैं और न उस पर आक्रमण ही कर सकते हैं। (न्यूट्रैलिटी)। |
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