शब्द का अर्थ
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ढब :
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पुं० [सं० धव] १. कोई काम ठीक प्रकार से संपादित करने की क्रिया-प्रणाली या रीति। २. ठीक प्रकार से कोई कार्य संपादित करने का गुण या योग्यता। पद–ढब का-(व्यक्ति) जो ठीक प्रकार से काम करता हो। जैसे–कोई ढब का नौकर मिले तो रख लिया जायगा। ३. बनावट, रचना आदि का कोई विशिष्ट प्रकार। ४. उपाय। युक्ति। मुहावरा–ढब पर चढ़ाना, लगाना या लाना=किस को इस प्रकार फुसलाना कि उससे अपना काम निकाला जा सके। ५. आकृति। स्वभाव। ६. आदत। बान।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
ढबका :
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पुं० [हिं० ढब] उपाय। तरकीब।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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ढबरा :
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वि०=ढाबर।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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ढबरी :
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स्त्री०=ढिबरी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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ढबीला :
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वि० [हिं० ढब] [स्त्री० ढबीली] १. (वस्तु) जो अच्छे रूपरंग या प्रकार की हो तथा काम में आने योग्य हो। ढब का। २. (व्यक्ति) जो ठीक ढंग से काम करता हो। |
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ढबुआ :
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पुं=डेउआ (पैसा)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं० [देश०] खेत की मचान की छाजन। |
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ढबैला :
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वि० [हिं० ढाबर] (पानी) जिसमें मिट्टी और कीचड़ मिला हुआ हो। वि=ढबीला।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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