शब्द का अर्थ
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					ठेका					 :
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					पुं० [हिं० ठेकना] १. ठेकने अर्थात् टिकने-टिकाने या ठहरने-ठहराने की जगह। २. वह वस्तु जिसकी टेक लगाई जाय। ठेकनेवाली वस्तु। अड्डा। ३. हलका आघात। थपेड़ा। जैसे–लहरों का ठेका। ४. तबले के साथ का वह दूसरा बाजा जो बाई ओर रहता और बाएँ हाथ से बजाया जाता है। डुग्गी। ५. तबला या ढोल बजाने की वह रीति जिसमें पूरे बोल न निकाले जायँ, केवल ताल दिया जाय। यह प्रायः डुग्गी या बाएँ पर बजाया जाता है। क्रि० प्र०–देना।–बजाना। मुहावरा–घोड़े का ठेका भरना=घोडे का रह-रहकर जमीन पर टाप या पैर पटकना। ६. संगीत में कीवाली नाम का ताल। पुं० दे० ‘ठीका’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					ठेकाई					 :
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					स्त्री० [हिं० ठेकना] ठेकना या ठेकाने की क्रिया, भाव या मजदूरी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					ठेकाना					 :
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					स० [हिं० ठेकना का प्रे० रूप] किसी चीज को ठिकने या ठेकने में प्रवृत्त करना। वि० दे० ‘ठिकाना’। पुं०=ठिकाना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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