शब्द का अर्थ
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					झर्झर					 :
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					पुं० [सं० झर्झ√रा (दान)+क] १. एक प्रकार का पुराना बाजा जिसपर चमड़ा मढ़ा हुआ होता था। २. झाँझ। ३. पैर में पहनने की झाँझन। ४. कलियुग। ५. एक प्राचीन नद। ६. रसोई में काम आनेवाला झरना नामक उपकरण। पौना।				 | 
			
			
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					झर्झरक					 :
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					पुं० [सं० झर्झर+कन्] कलियुग।				 | 
			
			
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					झर्झरा					 :
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					स्त्री० [सं० झर्झर+टाप्] १. तारादेवी का एक नाम। २. रंडी। वेश्या।				 | 
			
			
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					झर्झरावती					 :
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					स्त्री० [सं० झर्झरा+मतुप्, वत्व, ङीप्] १. गंगा २. कटसरैया। (क्षुप)।				 | 
			
			
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					झर्झरिका					 :
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					स्त्री० [सं० झर्झरा+कन्,टाप्,इत्व] तारादेवी।				 | 
			
			
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					झर्झरी(रिन्)					 :
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					पुं० [सं० झर्झर+इनि] शिव। स्त्री० [सं० झर्झर+ङीष्] झाँझ नामक बाजा।				 | 
			
			
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					झर्झरीक					 :
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					पुं० [सं० झर्झर+ईकन्] १. देश। २. देह। शरीर। ३. चित्र। तस्वीर।				 | 
			
			
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