शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					जुट					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० जुटना] १. एक ही तरह की दो चीजों का जोड़ा। जुग। २. एक साथ काम आनेवाली कई वस्तुओं का समूह। जोड़ा। जैसे–कपड़ों या गहनों का जुट। ३. किसी के जोड़ या मुकाबले की कोई दूसरी चीज। जोड़ा। ४. एक साथ बँधी या लगी हुई चीजों का एक वर्ग या समूह जो प्रायः गुच्छे के रूप में हो। ५. जत्था। दल। मंडली। ६. दे० ‘जुग’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जुटक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०√जुट् (मिलना)+क+कन्] १. जटा। २. कबरी। जूडा़।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जुटना					 :
				 | 
				
					अ० [सं० युक्त, प्रा० जुत्त+ना (प्रत्यय)] १. एक चीज का दूसरी चीज के बिलकुल पास पहुँचकर उससे लगना या सटना। जुड़ना। जैसे–इमारत में पत्थर के पास पत्थर जुटना। २. इस प्रकार पास या समीप होना कि बीच में बहुत ही थोड़ा अवकाश रह जाय। ३. किसी काम में जी लगाकर योग देना। जैसे–तुम भी आकर जुट जाओ तो काम जल्दी हो जाय। ४. एक या अनेक प्रकार की चीजों, व्यक्तियों आदि का एक जगह इकट्ठा होना। जैसे–(क) धन या पत्थर, लकड़ी आदि जुटना। (ख) तमाशा देखने के लिए भीड़ जुटना। ५. किसी प्रकार प्राप्त या हस्तगत होना। मयस्सर होना। ६. स्त्री का पुरुष से अथवा पुरूष का स्त्री से प्रसंग या संभोग करना। (बाजारू)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जुटला					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० जुटना] [स्त्री० जुटली] लंबे-लंबे बालों की लटोंवाला। पुं० [अल्पा० जुटली] लंबे लंबे बालों की लटा। जटा-जूट।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जुटाना					 :
				 | 
				
					स० [हिं० जुटाना] १. जुटने या एकत्र होने में प्रवृत्त करना। २. इकट्ठा करना। ३. बहुत पास लाकर मिलाना या सटाना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जुटाव					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० जुटना] जुटाने की क्रिया या भाव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जुटिका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० जुटक+टाप्-इत्व] १. चोटी। शिखा। २. बालों का जूड़ा। ३. गुच्छा। ४. एक प्रकार का कपूर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जुट्टा					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० जुटना-मिलना] [स्त्री० जुट्टी] आपस में मिले या सटे हुए (पदार्थ) जैसे–जुट्टी भौंहें। पुं० [स्त्री० अल्पा० जुट्टी] १. घास, डंठलों आदि का बड़ा पूला। २. दे० ‘जुट्टी’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जुट्टी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [हिं० जुटना] १. घास, डंठलों आदि का पूला। २. ऐसे डंठलों, पत्तों आदि का कल्ला जो आरम्भ में प्राय एक में मिले या सटे हुए रहते हैं। ३. एक दूसरी पर रखी हुई एक ही तरह की चीजों की गड्डी या थाक। ४. बेसन में लपेट कर तले हुए पत्ते या साग।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					जुटि					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० जुड्] १. जोड़ी। २. मेल। ३. संधि।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |